अरब सागर में बन रहे चक्रवात के प्रभाव से आने वाले कुछ दिनों में ही छत्‍तीसगढ़ में मौसम का मिजाज बदलने वाला है। मौसम विभाग के अनुसार 10 जून के बाद से देशभर के विभिन्न क्षेत्रों के साथ ही प्रदेश में भी बारिश के आसार बन रहे है। हालांकि मानसून की रफ्तार अभी भी थोड़ी धीमी है और इसके बाद ही मानसून की सक्रियता में तेजी आ सकती है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार प्रदेश में मानसून 20 जून तक प्रदेश करना संभावित है। गौरतलब है कि अभी तक मानसून का प्रवेश केरल में भी नहीं हुआ है।

इन दिनों सुबह से ही सूरज के तेवर तीखे हो जाते है, जो दोपहर तक और ज्यादा बढ़ जाती है। सुबह दस बजे से ही धूप में चुभन शुरू हो गई है,इसके साथ ही गर्म हवाओं ने उमस में बढ़ोतरी कर दी है। मंगलवार को रायपुर का अधिकतम तापमान 42.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया,जो सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस ज्यादा रहा।

इसी प्रकार न्यूनतम तापमान 27.2 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस कम है। प्रदेश में सर्वाधिक गर्म सक्ती रहा, एआरजी सक्ती का अधिकतम तापमान 44.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इस वर्ष मार्च और अप्रैल अपेक्षाकृत राहत भरे रहे,लेकिन मई माह का दूसरा पखवाड़ा आफत भरा रहा और तपिश व झुलसाने वाली गर्मी से लोग हलाकान रहे।

मौसम विज्ञानियों से मिली जानकारी के अनुसार दक्षिण छत्तीसगढ़ और आसपास के क्षेत्रों में चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। इसके प्रभाव से बुधवार को भी प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे। साथ ही हल्की वर्षा के आसार बने हुए है। अधिकतम व न्यूनतम तापमान में विशेष बदलाव नहीं होगा।