ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआइएस) 2023 प्रदेश के साथ ही गोरखपुर के लिए भी खास रहा। इस जिले को लेकर उद्यमियों की बदली सोच स्पष्ट नजर आई। कभी निवेशकों की राह देखने वाले इस जिले में 1.72 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। निवेश प्रस्तावों की दृष्टि से गोरखपुर प्रदेश का चौथा बड़ा जिला है। जिला प्रशासन के साथ गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) इन प्रस्तावों को धरातल पर उतारने की कवायद शुरू कर चुका है। हजारों करोड़ के ये निवेश प्रस्ताव गोरखपुर के बेहतर कल की आधारशिला के रूप में देखे जा रहे हैं।

लक्ष्य से अधिक मिला निवेश प्रस्ताव

ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में गोरखपुर जिले को 64 हजार करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव का लक्ष्य मिला था, लेकिन इससे कहीं अधिक निवेश हुआ है। निवेश प्रस्ताव मिलने के बाद अब औद्योगिक इकाइयों के लिए जमीन उपलब्ध कराने की तैयारी चल रही है। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के किनारे विकसित किए जा रहे औद्योगिक गलियारे में अधिकतर उद्योगों को जमीन उपलब्ध कराई जाएगी। समिट के बाद प्रस्तुत किए गए राज्य सरकार के बजट में इसके लिए 200 करोड़ रुपये आवंटित भी किए गए हैं। जमीन की उपलब्धता के लिए ही एक नया औद्योगिक क्षेत्र धुरियापार में विकसित किया जा रहा है।

करीब दो लाख लोगों के लिए खुलेंगे रोजगार के द्वार

जीआइएस के निवेश प्रस्ताव के धरातल पर उतरने से करीब दो लाख लोगों के लिए रोजगार के द्वार खुलेंगे। जिले को मिले निवेश प्रस्तावों में परंपरागत उद्योगों के साथ कई नए सेक्टर भी शामिल हुए हैं। गोरखपुर में पहली बार हरित और नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में निवेश होने जा रहा है। वर्तमान वैश्विक परिदृश्य में हरित और नवीकरणीय ऊर्जा समय की मांग है।