भोपाल । मध्यप्रदेश में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और इसी के चलते राजनीतिक गलियारों में भी इसको लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं। प्रदेश में अपने पैर जमाने की कोशिश करते हुए फायर ब्रांड नेता असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने भी मध्यप्रदेश चुनाव के विधानसभा चुनावों में प्रदेश की मुख्य सियासी पार्टियां कांग्रेस और भाजपा को टक्कर देकर उनके सामने अपने कैंडिडेट उतारने का मन बना लिया है। इसी के चलते ओवैसी ने अपने हैदराबाद स्थित पार्टी मुख्यालय पर मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर एक मीटिंग आयोजित की और प्रदेश में होने वाले चुनाव की सफलता को लेकर सात लोगों की एक कोर कमेटी का गठन भी किया।
बता दें कि इस बार मुख्य सियासी पार्टी कांग्रेस और भाजपा के अलावा एआईएमआईएम ने भी लगभग 15 सीटों पर अपने कैंडिडेट उतारने का मन बना लिया है और इसे लेकर पिछले दिनों हैदराबाद स्थित पार्टी मुख्यालय पर पार्टी के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने मध्यप्रदेश के एआईएमआईएम के बड़े पदाधिकारियों को लेकर एक मीटिंग भी आयोजित की थी। ओवैसी ने इस मीटिंग में प्रदेश में होने वाले चुनाव को जीतने को लेकर सफलता के मंत्र भी दिए, तो वहीं हार-जीत की संभावनाओं को लेकर भी पार्टी पदाधिकारियों से चर्चा की। ओवैसी ने विधानसभा के चुनाव की रणनीति बनाने के लिए प्रदेश के विभिन्न जिलों से आने वाले सात लोगों की एक कोर कमेटी का गठन भी किया।

खंडवा से मिली थी प्रदेश की पहली जीत...
प्रदेश के खंडवा जिले से एआईएमआईएम जिलाध्यक्ष और मध्यप्रदेश कोर कमेटी सदस्य मोहम्मद उमर ने बताया कि असदुद्दीन ओवैसी साहब ने पार्टी की सात लोगों की एक स्टेट कोर कमेटी का गठन किया है, जिसमें निमाड़ के तीन जिलों से प्रतिनिधियों को शामिल किया गया है। मोहम्मद उमर ने बताया कि इस बार आने वाले विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी खंडवा, बुरहानपुर, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन, भोपाल सहित लगभग 15 सीटों पर अपने कैंडिडेट उतारने की तैयारी कर रही है, तो वहीं इन सीटों पर हार जीत के आंकलन भी लगाए जा रहे हैं।
गौरतलब है कि पिछले दिनों हुए नगरीय निकाय चुनाव में एआईएमआईएम पार्टी की तरफ से प्रदेश में पहली सीट खंडवा के वार्ड नंबर 14 से शकीरा बिलाल पेंटर के द्वारा जीती गई थी, जिसके बाद पूरे प्रदेश में एआई एमआईएम को कुल तीन सीटें हासिल हुई थी। खंडवा की जीत में पार्टी जिलाध्यक्ष मोहम्मद उमर का खासा योगदान था, जिसको लेकर ओवैसी साहब ने उनकी चुनावों में की गई मेहनत की तारीफ भी की थी।

संगठन मजबूत रहेगा तो ही लड़ेंगे चुनाव...
इधर, बुरहानपुर से प्रदेश कोर कमेटी सदस्य सोहेल हाशमी ने बताया कि पार्टी मुखिया ओवैसी साहब ने मध्यप्रदेश की प्रदेश कमेटी को लगभग तीन साल पहले भांग कर दिया था, जिसके बाद पार्टी पदाधिकारियों की मांग पर प्रदेश कमेटी बनाने से पहले सात लोगों की एक कोर कमेटी बनाई गई है। कोर कमेटी में सात जिलों खंडवा, बुरहानपुर, दमोह, ग्वालियर, जबलपुर, इंदौर से सदस्यों को लिया गया है। हाशमी ने बताया कि ओवैसी साहब ने कहा है कि, संगठन मजबूत रहेगा तो ही चुनाव लड़ा जाएगा, और कोर कमेटी उन्हें बताएगी कि पार्टी की स्थिति कहां मजबूत है और कहां कमजोर है। इसी के चलते वह बुरहानपुर में संगठन को मजबूत करने में लगे हुए हैं। उन्होंने बताया कि बुरहानपुर सहित कुछ जिलों में नगर अध्यक्ष की कमेटियां पहले से काम कर रही है, जिन्हें निर्देशित किया गया है कि जिस भी कैंडिडेट को चुनाव लड़वाना है, उसे पहले संगठन को मजबूत करवाना होगा।

सर्वे रिपोर्ट तैयार कराना है कमेटी का मुख्य कार्य...
इधर, बड़वानी के सेंधवा से कोर कमेटी सदस्य हारून शेरी ने बताया कि एआईएमआईएम पार्टी और संगठन की मजबूती के लिए कोर कमेटी बनाई गई है। साथ ही आगामी विधानसभा चुनाव में कमेटी सदस्य पार्टी के लिए मेहनत करेंगे। उन्होंने बताया कि कमेटी सदस्यों को निर्देशित किया गया है कि वे पार्टी के लिए काम करते हुए पार्टी का विस्तार करेंगे। कोर कमेटी का मुख्य कार्य आने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए एक सर्वे रिपोर्ट तैयार करना है, जिसमें इस बात का आंकलन किया जाएगा कि पार्टी को कहां-कहां चुनाव लडऩा है। सर्वे रिपोर्ट के बाद ही पार्टी आलाकमान द्वारा मध्यप्रदेश मैं पार्टी जिन सीटों पर लड़ेगी उनका निर्धारण किया जाएगा।