राजगढ़

जैसा कि हम सभी जानते हैं अभी देश का बहुत बड़ा विषय पश्चिम बंगाल के संदेशखाली की घटना बना हुआ है पश्चिम बंगाल एक ऐसा क्षेत्र जहां मां दुर्गा मां काली की पूजा की जाती है जहां की मुख्यमंत्री स्वयं एक महिला है ऐसे प्रदेश में संदेश खाली में टीएमसी सरकार के गुंडे नेताओं द्वारा महिलाओं का निरंतर यौन उत्पीड़न करना उनके साथ दुष्कर्म करना और उनको जबरन पार्टी कार्यालय पर बुलाकर उनके साथ बलात्कार करने जैसी निर्मम घटनाएं आज संदेशखाली में घटित हो रही है। शेख शाहजहां जैसे घृणित मानसिकता वाले गुंडे पर संवैधानिक कार्यवाही करने के बजाय वहां की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपनी पार्टी के उन गुंडो को बचाने में सहायता कर रही है
जब वहां के राज्यपाल दौरे पर जाते हैं तब वहां उनको महिलाओं की वास्तविक स्थिति पता चलती है कि पश्चिम बंगाल की महिलाएं स्वयं को कितना असुरक्षित महसूस करती है राज्यपाल के दौरे के बाद वहां पर बड़ी संख्या में महिलाएं टीएमसी के खिलाफ प्रदर्शन करने सड़कों पर उतरती हैं जहां ममता की महिला विरोधी सरकार से सांठ-गांठ किए हुए पुलिस प्रशासन भी उन्हीं महिलाओं पर अत्याचार करते हैं ऐसी परिस्थितियों में भी ममता बनर्जी का मौन रहना यह दर्शाता है  की वे एक दूषित मानसिकता में बंधी हुई है अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद नगर ईकाई राजगढ़ द्वारा ब्यावरा नाका बिरशा मुंडा चौराहे पर ममता बनर्जी का पुतला दहन कर विरोध प्रदर्शन कर यही माँग करता है के उन पर जल्द से जल्द सख्त कार्यवाही की जाए महिलाओं की अस्मिता से खेलने वाले ऐसे दरिंदों को फांसी दी जाए