* दिनेश जमीदार
जीरापुर(सं.):- शहर मे एक अजीब सा मामला सामने आया।
     हार्ड वेयर व्यवसायी एक 45 वर्षीय युवक ने पहली पत्नी के होते हुए बिना तलाक हुए दूसरी पत्नी से नोटरी कराकर लीव इन रिलेशनशिप के तहत दुसरी पत्नी को ले आया।
     जिसकी शिकायत स्थानीय थाने मे पहली पत्नी ने दर्ज कराई।
       नगर में एक अजीब सा मामला सामने आया जिसमें नगर के पुलिस थाने के सामने रहने वाले व्यवसायी पंकज गुप्ता ने पहली पत्नी होते हुए दूसरी पत्नी आया। 
       पहली पत्नी को उक्त घटना क्रम की जानकारी मिलते है मामले ने तुल पकड लिया ओर बृजबाला नामक पहली पत्नी पुलिस थाने पहुंची जहां पर पुरे घटनाक्रम से पुलिस को लिखित जानकारी देते हुए न्याय की गुहार लगाई।
       इसी बीच इस मामले में नया मोड़ आया जब पति पहली पत्नी की बात नहीं मानने पर राजी हुआ।
      तो बृजबाला के मायका परिवार कि महिलाएं जीरापुर पहुंची।
     *जहां पर दुसरी पत्नी को थाने ले आई*
      पंकज गुप्ता ने हाल ही में नवीन मकान बंसल कालोनी में बनाया। जिसका उद्घाटन भी दो दिन पुर्व किया था उसी मकान में  दुसरी पत्नी को रखा था।
      जहां पर पहली पत्नी और कुछ महिलाओं ने पहुंचकर दुसरी पत्नी कि पिटाई करते हुए पुलिस थाने लाकर शिकायत दर्ज कराई। 
     मुख्य बात यह है कि पंकज गुप्ता के एक सतृह  वर्षिय पुत्री और एक पुत्र है।      पुलिस ने 151 के तहत पति पर मामला पंजीबद्ध किया तथा बेटी की आपत्ति पर पंकज को जैल भेजा गया।     पहली पत्नी बृजबाला गुप्ता की 19 वर्ष पहले पंकज से शादी हुई थी पति पंकज कई सालो से उसके साथ मारपीट करता है साथ ही बच्चों क़ो भी प्रताड़ित करता है। इस आशय का लिखित आवेदन भी बृजबाला ने पुलिस को दिया जिसमें सांस ससुर जेठानी कि भी शिकायत दर्ज कराई।
     पुर्व में भी दो बार शिकायत करने थाने भी गई पर घर वालों ने समझा बुझाकर उस दौरान मामले को खत्म किया था।
   इसी बीच पंकज दूसरी महिला को लेकर आया और नवनिर्मित मकान में रखा जिसकी जानकारी पहली पत्नी बृजबाला को लगी थी। ओर उसने इस बात का पुरजोर विरोध किया लेकिन पंकज गुप्ता ने पहली पत्नी कि बात को नजरंदाज कर दिया। बृजबाला गुप्ता ने बताया कि इस महिला को लाने में हमारे परिवार के नितिन चौधरी का साथ रहा है 
     थाना प्रभारी रामकुमार भगत ने बताया की पति पंकज पर धारा 151 के तहत कार्रवाई की गई है।
तथा पंकज द्वारा लाई गई दुसरी महिला रीना इंदौर ने भी पुलिस को आवेदन देकर न्याय कि मांग कि।