द्वारा दिनेश जमींदार पत्रकार जीरापुर* *श्री गणेश आदर्श रामलीला मण्डल द्वारा रामलीला में राम चरित्र का अनुकरणीय मंचन* *राजा जनक के दरबार में धनुष-यज्ञ*
जीरापुर(सं.) :- स्थानीय शिव चौक त्र्यम्बकेश्वर महादेव मंदिर परिसर में विगत पांच दशक से अधिक समय से श्रीगणेश आदर्श रामलीला मंडल के तत्वाधान में मर्यादा पुरुषोत्तम श्री रामजी की लीलाओं का अनुकरणीय मंचन स्थानीय कलाकारों द्वारा किया जा रहा है।
रामलीला के 16दिवसीय आयोजन को लेकर इन कलाकारों द्वारा रिहर्सल की गई,तद्परान्त रामलीला कि शुरुआत हुई जिसमें नारद प्रसंग से राम जन्म अयोध्या में खुशी तथा विश्वामित्र द्वारा राम-लक्ष्मण को वन में ले जाना तथा ताड़का वध प्रसंग बताया।
इसके बाद राम-लक्ष्मण विश्वामित्र राजा जनक के दरबार में धनुष-यज्ञ में शामिल हुए।
जहां पर रावण बाणासुर सहित बड़े बड़े राजा महाराजाओं ने धनुष को तोड़ने का प्रयास किया लेकिन वह विफल रहे।
तब रामजी ने विश्वामित्र जी से आज्ञा लेकर धनुष तोड़ा जिसकी ध्वनि सुनकर परशुराम जी जनक दरबार में पहुंचे जहां पर राम परशुरामजी संवाद हुआ जिसमें लक्ष्मण ने कहा कि धनुष को हाथ लगाने से टुट गया इस पर परशुराम जी क्रोधित हुए तब राम जी ने अपना परिचय दिया।तब परशुरामजी का क्रोध शांत हुआ।
धनुष यज्ञ उपरांत जनक दरबार में संगीत में भजन हुए।
*रामलीला से भगवान राम की मर्यादा का चित्रण अनुकरणीय संदेश*
जो कि क्षेत्र में विशेष अनुकरणीय संदेश देते हुए श्री राम के चरित्र को श्रद्धालु भक्त अनुसरण करने के लिए बड़ी संख्या में शामिल हो रहे हैं डायरेक्टर मोहनलाल पुष्पद ने बताया कि जब विद्युत का अभाव था ऐसे में हमारे पुराने विद्युत उपकरणों के माध्यम से रामलीला का संचालन होता था जो कि अब आधुनिकता के परिदृश्य में चल रहा है।
जहाँ सम्पूर्ण अनुशासन से श्री राम की लीलाओं के चरित्र का मंचन बड़े भक्ति भाव उत्साह से संचालित हो रहा है !
जहां पर बच्चों से लेकर बुजुर्ग एवं मजदूर से लेकर शासकीय कर्मचारी व्यवसायी सभी जो विभिन्न पात्रों के स्वरूप को प्रदान करते हैं, वह अपने दैनिक कार्यों से निवृत एवं समय के पाबंद होकर अपनी सेवाएं प्रदान करते आ रहे हैं।
रामलीला के डायरेक्टर /सचिव 74 वर्षीय सेवानिवृत्त शिक्षक मोहनलाल पुष्पद ने बताया कि मेकअप का कार्य मोहनलाल गुप्ता करते आ रहे हैं समस्त पात्र रामलीला में
अपनी सेवाएं निशुल्क प्रदान करते हैं
जहां पर श्री गणेश आदर्श रामलीला मण्डल के पदाधिकारी संचालक बद्रीनाथ आचार्य , देवीलाल चौहान ,संवरक्षक विधायक हजारीलाल दांगी, पुर्व नपाध्यक्ष अध्यक्ष गौकरण वर्मा, अध्यक्ष पुर्व नपाध्यक्ष दिनेश पुरोहित सचिव मोहनलाल पुष्पद , गिरीराज ,अर्जुन मण्ड़लोई , कोषाध्यक्ष अशोक सेन , सहसचिव प्यारेलाल चौहान, कार्यालय सचिव महेश राठौर, परामर्श दाता पं श्याम सुंदर शर्मा ,ओम प्रकाश सेन , दिनेश तिवारी व्यवस्था को देखते हैं।
तथा व्यास गादी से बालमुकुंद वैष्णव , तबला एवं हारमोनियम पर देवीलाल चौहान,आकाश वैरागी, सुजानमल दांती संगीतमय एवं रामायण की चौपाई का उच्चारण करते हुए ताल देते हैं!
जो कलाकार अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे वह अपितु सराहनीय कार्य तो है वहीं यह संदेश सेवाभाव को जागृत करता है जो मानवीय जीवन में अनुकरणीय पहल है।
इतना ही नहीं नगर के प्रबुद्ध जन अपनी सेवाएं दे रहे हैं मुख्य बात यह है कि रामलीला का संपूर्ण खर्च रामलीला में आये धार्मिक श्रद्धालु भक्तों द्वारा प्रतिदिन दी जाने वाली भेंट तथा राम राजतिलक के दिन राम आरती में आने वाली भेंट से चलता है!