राजगढ़ – ब्यावरा शहर में बाल श्रम की बढ़ती समस्या को लेकर लगातार सूचनाएं मिल रही थीं कि यहां के दुकानों पर 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों से काम लिया जा रहा है। इसी संदर्भ में अहिंसा वेलफेयर सोसायटी, पुलिस विभाग और श्रम विभाग की संयुक्त टीम ने छापेमारी की और कॉम्पलेक्स स्थित ऋषि ऑटो पार्ट्स पर एक 14 वर्षीय नाबालिग को काम करते हुए पाया। इसके बाद बाल श्रम निषेध अधिनियम के तहत कार्यवाही करते हुए बच्चे को मुक्त कराया गया।

संयुक्त टीम ने बताया कि बाल श्रम के खिलाफ यह अभियान चलाया जा रहा है। टीम ने इसके बाद अन्य दुकानदारों को भी चेतावनी दी कि यदि 14 वर्ष से कम आयु का बच्चा काम करते हुए पाया जाता है, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, दुकानदारों को बाल श्रम कानून के बारे में जानकारी दी गई और यह सुनिश्चित करने के लिए निर्देश दिए गए कि वे अपनी दुकानों पर बाल श्रम के खिलाफ जागरूकता पोस्टर लगाएं।

इस कार्यवाही में अहिंसा वेलफेयर सोसायटी की टीम, श्रम निरीक्षक मनोज चौहान और ब्यावर शहर के पुलिस विभाग की संयुक्त टीम शामिल थी। अभियान के दौरान दुकानदारों और आम जनता को बाल श्रम निषेध अधिनियम के बारे में जानकारी दी गई और यह संदेश दिया गया कि किसी भी अवस्था में 14 वर्ष से कम आयु के बच्चों से काम नहीं लिया जा सकता है।
उक्त कार्रवाई में श्रम निरीक्षक मनोज चौहान, अहिंसा वेलफेयर सोसायटी के मनीष दांगी, जस्ट राइट फॉर चिल्ड्रन की परियोजना समन्वयक रजनी प्रजापति, निकिता मेवाड़ा और पुलिस विभाग की टीम शामिल थी।