राजगढ   

कलेक्टर श्री हर्ष दीक्षित ने बुधवार को जिले में संचालित निर्माण कार्यो की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने परियोजना अधिकारी शहरी विकास प्राधिकरण को निर्देशित किया कि  नगरीय निकायों के संचालित बडे निर्माण कार्यो की गुणवत्ता की जांच करवाई जाए। कार्य के दौरान ही निर्माण की गुणवत्ता का ध्यान दिया जाना जरूरी है, ताकि कार्य के परिणाम अच्छे आएं। कलेक्टर ने कहा कि सड़क निर्माण के पहले यह सुनिश्चित कर लिया जाए की वहां कोई अन्य कार्य तो नहीं होना है, यदि किसी विभाग का अन्य कोई कार्य होना है तो संबंधित विभाग से आपसी समन्वय कर लिया जाएं, जिससे बाद में सड़क को तोड़फोड़ करने की स्थिति न बने। 

बैठक में कलेक्टर ने मेडिकल कॉलेज भवन एवं जिला चिकित्सालय भवन के निर्माण कार्य की प्रगति की भी जानकारी ली। साथ ही कहा कि यह कार्य समय सीमा में गुणवत्ता के साथ पूर्ण किए जाए। कलेक्टर ने बताया कि ब्यावरा में लगभग 2 करोड़ की लागत से सर्व सुविधायुक्त सर्किट हाउस का निर्माण किया जाना है परियोजना क्रियान्वयन ईकाई के अधिकारी इसकी डीपीआर तैयार करें।  बैठक में लोक निर्माण विभाग के अधिकारी को निर्देश दिए गए कि सड़कों के किनारें बनाई जाने वाली नालियां व्यवस्थित तरीके से बनाई जाए। ताकि इनसे पानी के निकास में अवरोध न हो। कलेक्टर ने यह भी कहा कि निर्माण कार्य में उपयोग किए जाने वाले सीमेंट कांक्रीट की टेस्टिंग क्यूब और कार्य में उपयोग किए जा रहे मटेरियल की गुणवत्ता एक जैसी हो इसमें अंतर की कोई शिकायत न आए। संबंधित निर्माण एजेंसी यह सुनिश्चित करें की ठेकेदार इस तरह की गड़बड़ी न कर पाएं। बैठक में जिले में निर्मित किए गए खेत तालाबों के भौतिक सत्यापन के लिए टीम गठित करने भी ग्रामीण यांत्रिकी सेवा को निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि भौतिक सत्यापन में इस बात पर भी ध्यान दिया जाए की खेत तालाब संरचना निर्धारित मापदण्डों के अनुसार ही बनाई गई हो। साथ ही स्वीकृत राशि के सही अनुपात में ही कार्य सम्पन्न हुआ हो। बैठक में संबंधित निर्माण विभागों के अधिकारी मौजूद थे।