छात्रावासों को मिलजुल कर उपलब्ध करायेंगे सुविधाएं मधुकर सेवा न्यास द्वारा कार्यशाला का हुआ आयोजन, अनुसूचित जाति, जनजाति के 50 छात्रावासों को सामाजिक, धार्मिक संस्थाओं, समितियों ने लिया गोद

राजगढ़। स्थानीय मधुकर सेवा न्यास द्वारा अनुसूचित जाति एवं जनजाति युवा विकास कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कलेक्टर हर्ष दीक्षित, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग संघचालक उदय सिंह चौहान, प्रान्त कार्यवाह हेमंत सेठिया उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ संत रविदास जी, डॉ. अंबेडकर जी, भगवान बिरसा मुंडा के सामने दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया। कार्यक्रम में जिले में संचालित विभिन्न अनुसूचित जाति जनजातियों के छात्रावास के रखरखाव व्यवस्था पर नियोजन हेतु समाज के विभिन्न समितियां सज्जन शक्तियों को पालक के रूप में एक-एक छात्रावास गोद लेने का आग्रह किया गया। साथ ही छात्रावास में चल रही गतिविधियों में बच्चों को संस्कार तथा शिक्षा का पूर्ण सहयोग प्रदान करें ऐसे सहयोग की अपेक्षा की गई। आयोजन में प्रमोद पवार ने कार्यक्रम की रूपरेखा के बारे में जानकारी सभी सामाजिक संस्थाओं के पदाधिकारियों को दी। उन्होंने छात्रावासों का अध्ययन कर, हॉस्टल, सभी छात्रावासों के विद्यार्थियों को स्थानीय समिति, धार्मिक समिति द्वारा अभियान के तहत उन्हें गोद लेकर मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने का आह्वान किया। साथ ही उनके शैक्षणिक विकास, बुद्धि विकास, सामाजिक विकास के लिए कार्य करने की योजना बनाई। वीरेंद्र अहिरवार ने सेवा भारती के द्वारा चलाए जा रहे कुछ कार्यक्रमों का अनुभव बताए। सभी धार्मिक समितियां एवं समाज की सामाजिक समितियां ने लगभग 50 छात्रावास के अभिभावक बनकर कार्य करने का निर्णय लिया। छात्रों को वर्ष भर अपने परिवार के सदस्य के अनुरूप उनका संरक्षण पालन एवं उनके शिक्षक की व्यवस्था का आयोजन करने का संकल्प लिया।
समाज की विकृतियों को सुधारने के लिए सबका सहयोग आवश्यक-
कार्यक्रम में कलेक्टर हर्ष दीक्षित ने कहा कि कुछ समाज के लोग पानी की व्यवस्था एवं पुस्तकालय की व्यवस्था पुस्तकों की व्यवस्था समाज मिलकर कर सकते है। कुछ सुधार शासन के द्वारा कराए जा रहे है। उसे करने का आश्वासन दिया। समाज में फैली विकृतियों को सुधारने तथा समाज में स्वालंबन एवं भविष्य में आने वाली चुनौतियों को लेकर उनका मार्गदर्शन करने के लिए भी समाज से आग्रह किया। बच्चों में कुछ अच्छी आदत, व्यवहार इन समाज में अपना व्यवहार प्रस्तुत करना, समाज को किस नजर से देखना, ऐसा आग्रह उन्होंने किया। उन्होंने कहा कि कुछ अधिकारियों को भी समाज के लिए चुनौतियां और उससे बचने के साधनों के बारे में छात्रावास के बच्चों को प्रशिक्षण देने का भी एक समाधान बताया। उन्होंने कुछ छात्रावासों में टीवी कंप्यूटर प्रोजेक्टर एवं वाई-फाई की कुछ मूलभूत सुविधाओं को पूरा करने की बात कही। कार्यक्रम में धार्मिक समितियां, सामाजिक समिति, सभी स्कूल संचालक एवं अन्य युवा उपस्थित थे। संघ के प्रांत कार्यवाह हेमंत सेठिया ने कहा कि हमारे पुराने समय समाज में गुरुकुल की व्यवस्थाएं थी। गुरुकुल की व्यवस्थाओं से शिक्षक की उन्नत व्यवस्था होती थी। उसे गुरुकुल की व्यवस्थाओं में समाज सबसे आगे रहता था और गुरुकुल केवल शिक्षा का एक माध्यम होते हुए संस्कारों को गढ़ने करने का भी कार्य किया करते थे।