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राजगढ :-  रंगो का पर्व होली के शुभ अवसर पर प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय राजगढ के "शिव वरदान  भवन"  में होली का पर्व अत्यंत ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया । होली पर्व के आध्यात्मिक रहस्य को स्पष्ट करते हुए बीके मधु दीदी संचालिका ब्रह्माकुमारीज राजगढ  ने बताया कि जब हम प्रतिपल परमात्म संग का अनुभव करते हैं तो परमात्मा के गुण पवित्रता, सुख, शान्ति, आनंद, प्रेम का जीवन में संचार होने लगता है । होली की विशेषता है जलाना, फिर मनाना और फिर मंगल मिलन करना। इन तीन विशेषताओं से यादगार बना हुआ है। क्योंकि पवित्र बनने के लिए पहले पुराने संस्कार, पुरानी स्मृतियाँ सभी को परमात्मा के याद की अग्नि मे जलायेंगे तभी परमात्मा के संग का रंग लगेगा जब परमात्मा के संग का रंग लग जाता है तब हर मनुष्य आत्मा परमात्मा की संतान 
लगती है व विश्व की सर्व आत्माओं से परमात्म परिवार की महसूसता होने लगती है। जिस कारण हम आत्मिक स्मृति से मंगल मिलन बना सकते हैं। इस अवसर पर राधे कृष्ण की सुंदर झांकी लगाई गई। राधे कृष्ण द्वारा सभी पर  गुलाबाशी,  पुष्प वर्षा, गुलाल का टीका लगाकर होली पर्व मनाया गया। इसके पश्चात सभी ने राधे कृष्ण के साथ मिलकर रास  किया इस अवसर पर कृषि उपसंचालक हरीश मालवीय,समाजसेवी प्रताप सिंह सिसोदिया ने शुभकामनाएं दी एवं ईश्वरीय विश्वविद्यालय से नए जोड़ने वाले भाई बहनों ने भी अपने अनुभव सांझा किये । इस पर्व को मनाने के लिए ब्रह्माकुमारी संस्थान से जुड़े हुए एवं अनेक  स्थानों से तथा सूदूर ग्रामीण अंचलों से काफी संख्या में लोग उपस्थित हुए अंत में सभी का मुंह मीठा कराया।मंच संचालन बी के  सुरेखा  बहन ने किया ।