पचोर नगर के बख्शी परिवार के मुखिया कैलाश नारायण सक्सेना श्रीमती लीला देवी सक्सेना जिन्हें सभी चाचाजी चाची के नाम से भी जानते थे दोनो पुण्य आत्माओं ने इस जीवन को एक साथ अलविदा किया।स्व. लीलादेवी चाचीजी ने अपना शरीर त्यागा कुछ पलों के बाद ही चाचाजी कैलाश नारायण सक्सेना चाचाजी ने इस दुनिया से विदा ली।
पचोर नगर में दोनो के निधन का समाचार आग की तरह फेल गया।कुछ समय बाद यह समाचार टेलीविजन की ब्रेकिंग बनकर तेजी से प्रसारित हो गई।दोनो पुण्य आत्माओं का सभी के प्रति स्नेह दयाभाव का प्रेम रहा आप गायत्री परिवार से जुड़े थे। आपका भरापुरा बख्शी परिवार हे। पचोर नगर के जागीरदार है पचोर सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से लोगों का हुजूम पुण्य आत्माओं के दर्शन के लिए उनके निवास पर आने लगे।दोनो की शव यात्रा नगर के प्रमुख मार्गों से निकली गई जिसमे हजारों की तादाद में उनके चाहने वाले की अपार भीड़ थी। उनके दर्शन के लिए महिलाओं की लंबी कतारें देखी गई पचोर में निकलने वाली शवयात्रा शोभा यात्रा में तब्दील हो गई।दोनो का अंतिम संस्कार एक ही चिता पर किया गया था 
आज बख्शी परिवार ने उनकी पुण्य तिथि पर सरकारी अस्पताल में डाक्टर व सहयोगियों का अंगवस्त्र से सम्मान किया। स्थानीय एवं दूर दराज से आए सैकड़ों मरीजों को फल वितरित कायस्थ महासभा के जिलाध्यक्ष राकेश सक्सेना नगर अध्यक्ष रामबाबू सक्सेना तहसील अध्यक्ष जितेंद्र सक्सेना  पत्रकार द्वय शेलेंद शर्मा माखन विजयवर्गी दिलीप कुशवाह अखिल भारतीय साहित्य परिषद के कपिल व्यास भगवान सोनी समाज सेवक सुनील वैष्णव विनोद श्रीवास्तव डालचंद्र शर्मा कमल जाटव ने किए।