थाना कोतवाली, जिला राजगढ 

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             जिले की पुलिस टीम ने मात्र 48 घंटे के भीतर ही लूट की घटना को अंजाम देने वाले आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता अर्जित की है। जिला पुलिस कप्तान श्री आदित्य मिश्रा के कुशल मार्गदर्शन में एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री आलोक शर्मा के निर्देशन में लूट की घटना करने वाले अपराधी को गिरफ्तार किया है। 
            मामला इस प्रकार है कि दिनांक 20/08/2024 को फरियादी राम दयाल पीपलोटिया निवासी न्यू शिक्षक कॉलोनी राजगढ़ ने थाने पर उपस्थित आकर बताया की प्रतापगढ़ राजगढ़ निवासी संजू गुर्जर ने उसके साथ शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न कर कुल्हाड़ी से मारपीट की और उसकी जेब में रखे नगदी 25 हजार रुपए लूट कर फरार हो गया। फरियादी की सूचना पर थाना कोतवाली में आरोपी संजू गुर्जर के विरुद्ध अपराध क्रमांक 441/2024 धारा 309(6), 132, 221, 121(1) BNS के तहत पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। 
            अनुविभागीय पुलिस अधिकारी राजगढ़ श्री दिनेश शर्मा , थाना प्रभारी कोतवाली श्री वीर सिंह ठाकुर के मार्गदर्शन में उनि हरिओम रघुवंशी एवं थाने के अन्य बल को शामिल कर एक टीम गठित की गई। अपराध की विवेचना के दौरान आरोपी संजू गुर्जर निवासी प्रतापगढ़ की हर संभव तलाश की गई वही मुखबिरों को भी काम पर लगाया गया। आरोपी की तलाश के दौरान मुखबिर सूचना मिली की आरोपी ब्यावरा रोड पर मछली बाजार के आसपास भागने की फिराक में खड़ा हुआ है पुलिस टीम ने तत्काल मुखबिर द्वारा बताए स्थान पर पहुंचे पुलिस को देखकर आरोपी ने भागने का भरसक प्रयास किया पुलिस टीम की तत्परता के चलते गिरफ्त में आने पर आरोपी से अपराध के संबंध में पूछताछ की गई जिसने पहले तो पुलिस को काफी गुमराह करने का प्रयास किया परंतु आखिरकार अपराध करना स्वीकार किया गया, उक्त आरोपी संजू गुर्जर क्षेत्र का बदमाश है जिसके ऊपर कई अन्य मारपीट के मामले भी दर्ज है। 
          आरोपी की निशादेही पर मौके से ही लूट में गया मशरूका 16 हजार रुपए एवं अपराध में  प्रयुक्त कुल्हाड़ी विधिवत्त जप्त कर कब्जा पुलिस लिया गया एवं आरोपी को गिरफ्तार कर  माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया जहां से आरोपी का जेल वारंट बनाए जाने से जेल दाखिल कराया गया। 
              उक्त सराहनीय कार्य में थाना प्रभारी कोतवाली श्री वीर सिंह ठाकुर, उनि हरिओम रघुवंशी, सहायक उप निरीक्षक सोमनाथ भारती, प्रआर. 501 चंद्रभान, प्रआर. 625 राजेंद्र मीना, आर. 520 ललित तोमर,  आर 736 इंद्रपाल सहित सायबर सेल से आर. 743 अंतिम और सायबर की टीम  की विशेष भूमिका एवं सराहनीय योगदान रहा है।