*            ठाकुर जे . एस.परमार, अधिमान्यता  प्राप्त पत्रकार एवं राष्ट्रीय महासचिव अखिल भारतीय समाचार पत्र संगठन नई दिल्ली, स्थानीय निवास शिव प्रताप कॉलोनी राजगढ़ मध्य प्रदेश। स्वर्गीय ठाकुर जे . एस परमार की कलम से, जीवन की कुछ मुख्य बातें जो ठाकुर साहब ने अपने कुछ शब्दों में व्यक्त की थी ।अनेक विद्वानों ने जीवन को इस रूप में देखा या जिया है कि जीवन एक संघर्ष है। संघर्ष-हीन जीवन मृत्यु का पर्याय है। संघर्ष वह अज्ञात शक्ति है जो व्यक्ति को निरंतर आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है। इसलिए संघर्ष के अभाव में जीवन का सही आनंद नहीं उठाया जाता।
जीवन में संघर्ष है प्रकृति के साथ, स्वयं के साथ, परिस्थितियों के साथ। तरह-तरह के संघर्षों का सामना आए दिन हम सबको करना पड़ता है और इनसे जूझना होता है। जो इन संघर्षों का सामना करने से कतराते हैं, वे जीवन से भी हार जाते हैं, जीवन भी उनका साथ नहीं देता। हर सफल इंसान की जिंदगी में एक संघर्ष की कहानी जरूर होगी।
हम एक सफल इंसान को तो देखकर बहुत खुश होते हैं और उसके लिए गर्व महसूस करते हैं। पर उनके जीवन की सफलता के पीछे की संघर्ष की कहानी से बिल्कुल अनजान होते हैं! जब हम जीवन में संघर्ष कर रहे होते हैं, तो आंतरिक शांति बनाए रखना बहुत मुश्किल है। एक बात याद रखना चाहिए कि जब हमारे जीवन में चीजें अलग हो रही होती हैं तो वे हमारे भले के लिए ही होती हैं।

हमलोग बहुत ज्यादा सोचते हैं। सोचने से हमारे जीवन में बहुत सारी समस्याएं पैदा हो सकती हैं। इस तथ्य को समझने की कोशिश करनी चाहिए कि जो हमारे साथ घट रहा है, वह हमें बदल नहीं सकता। अपनी ताकत की नियंत्रण-कुंजी हमारे साथ है। संघर्ष कठिन पाठ्यक्रम है, लेकिन अगर हम आशा खो देते और महसूस करने लगते हैं कि हम पर इसका बुरा असर होता है तो जीवन कठिन हो जाएगा। हम स्वयं और संघर्ष के बीच मध्यस्थता करें तो पाएंगे कि हम तनाव से बाहर आने के बाद आंतरिक शांति महसूस कर रहें हैं।

दुनिया में दो प्रकार के मनुष्य होते हैं। एक वे जो सामान्य रूप से चलने वाली जिंदगी जीना पसंद करते हैं और बढ़ने के लिए जीवन में आनेवाली कठिनाइयों को पसंद नहीं करते। दूसरी तरह के वे लोग होते हैं, जो अपना लक्ष्य निर्धारित कर लेते हैं और उसे प्राप्त करने के लिए संघर्ष का रास्ता चुनते हैं। ऐसे लोगों का जीवन आसान नहीं होता। इन्हें हर मोड़ पर विभिन्न रुकावटों का सामना करना पड़ता हैं। पर ऐसे लोग इन रुकावटों का सामना करते हैं। अनेक बार असफलता भी इनके हाथ लगती है। पर इससे ये हताश नहीं होते और अपनी गलतियों को सुधारते हैं और नए सिरे से संघर्ष करने में जुट जाते हैं।                                   खबर प्रकाशित करता।       ठाकुर हरपाल सिंह परमार।