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रामगंजमंडी, अखिल भारतीय मेड़तवाल (वैश्य) समाज की सिद्धपीठ श्री फलौदी माता मंदिर खैराबादधाम में शनिवार को गोपाष्टमी पर भव्य अन्नकूट महोत्सव पारंपरिक ढंग से आयोजित हुआ, जिसमें देशभर से हजारों श्रद्धालु परिवार सहित मां फलौदी के दर्शन करने पहुंचे।
मंदिर के गर्भगृह से मां फलौदी के विग्रह को मुख्यद्वार पर स्वर्ण सिंहासन में विराजित गया। अन्नकूट में मां फलौदी को शुद्ध घी से निर्मित 56 तरह के व्यंजनों का भोग चढाया गया। विभिन्न राज्यों से पहुंचे श्रद्धालुओ ने मंदिर परिसर में गुणगान करते हुए दर्शन किये। 
मंदिर श्रीफलौदी माताजी महाराज समिति, खैराबाद के कार्यकारी अध्यक्ष सेठ मोहनदास करोडिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री विष्णुप्रसाद करोडिया मंडावर ने बताया कि अन्नकूट महोत्सव के बाद प्रत्येक पंचायत स्तर पर सेवा कूपनो द्वारा छप्पनभोग प्रसादी का वितरण किया जाएगा। 
मन्दिर संयोजक मोहनलाल चौधरी ने बताया कि गोपाष्टमी पर गर्भगृह से बाहर सिंहासन पर मां फलौदी के दिव्य दर्शन करने के लिये राजस्थान, मध्यप्रदेश, दिल्ली, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, दिल्ली आदि राज्यों से बडी संख्या में श्रद्धालु सपरिवार खैराबाद पहुंचे। परिसर में जलकुंड के चारों ओर विशेष सजावट की गई। बड़ी संख्या में महिला श्रद्धालुओं ने दूसरे छोर से दर्शन किये।
*महाआरती में दिखी आस्था की झलक -*
पूर्व महामंत्री गोपाल चन्द्र गुप्ता बारवां वाले ने बताया कि भव्य अन्नकूट महोत्सव की महाआरती में इस वर्ष महेश गुप्ता छापीहेड़ा द्वारा बड़ी आरती की गई। उनके बाद किशनलाल गुप्ता, राजगढ़ ने कपूर आरती की। पूजा में स्वर्ण चंवर से केदार गुप्ता, संडावता एवं श्रीमति ज्योति सोयत, चांदी चंवर से प्रकाशचन्द्र गुप्ता दलाल भवानीमंडी, श्रीमति अंकिता गुप्ता रायपुर, कृष्णगोपाल गुप्ता इन्दोर व  शि
विठ्ठलप्रसाद पोखर खिलचीपुर तथा मोहन लाल गुप्ता जर्दावाले कोटा व फूलचंद गुप्ता रामगंजमंडी ने चांदी की छड़ी से माताजी की सेवा पूजा की। 
माला सेवा में कृष्ण मोहन गुप्ता झालरापाटन, राधेश्याम करेड़ी वाले पचोर, प्रवीण कुमार इन्दोर, गोपाल दास खिलचीपुर, राधेश्याम गुप्ता जयपुर, दिनेश गुप्ता सुकेत , जगदीश गुप्ता रावतभाटा , दिनेश कुमार झालरापाटन , रामबाबू गुप्ता जीरापुर व शिव प्रसाद गांधी खुजनेर शामिल हुए।

अ.भा. मेडतवाल वैश्य नवयुवक संघ अध्यक्ष सागर गोलू भंडारी व महामंत्री नीतेश गुप्ता ने बताया कि मंदिर परिसर में युवा टीमो ने दर्शन व्यवस्था में पूरा सहयोग किया। महाआरती के बाद छप्पनभोग स्थल परिसर पर सैकड़ो श्रद्धालुओं ने महाप्रसादी ग्रहण की। प्रसाद को झूठन में बिलकुल नही छोड़ा गया। तीर्थनगरी खैराबाद में मेले जैसा पवित्र वातावरण दिखाई दिया।