प्रशासन आपके द्वार वृद्ध अपाहिज महिला पहुंची एसपी आंफिस तो एसपी साहब ने थाना प्रभारी ओर टीम को उसके घर जांच हेतु पहुंचाया।
जिला पुलिस कप्तान द्वारा जिले में वुजुर्ग एवं विकलांग लोगों के विरूद्ध होने वाले अपराधों के संबंध में सूचना मिलने पर तत्काल संवेदनशीलता के साथ कार्रवाई करने हेतु लगातार निर्देशित किया जा रहा है। इसी तारतम्य में दिनांक 26/11/2024 को वुजुर्ग अपाहिज महिला मेवा बाई पति रामप्रसाद लोधी उम्र 60 साल निवासी लोदीपुर थाना सिटी ब्यावरा द्वारा पुलिस अधीक्षक राजगढ़ के यहां शिकायत करी की उसका पति रामप्रसाद लड़का जगदीश दीपक महिला के साथ मारपीट करते हैं मेरा पति अन्य औरतो के साथ ढांबो पर जाता है। घर पर नहीं आता हैं। मेरी खेती पर बोई फसल को काट लेते हैं फसल के रुपए भी मुझे नहीं देते हैं खाने पीने को नहीं देते हैं। शिकायत को एसपी साहब ने बड़ी गंभीरता से लेते हुए अपनी गाड़ी से महिला द्वारा बताए अनुसार थाने देहात ब्यावर को त्वरित कार्रवाई हेतु निर्देशित किया गया जो आदेश अनुसार थाना प्रभारी मय पुरी टीम के शिकायत की जांच में लग गये ।
पुलिस अधीक्षक राजगढ़ श्री आदित्य मिश्रा (IPS), अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री आलोक शर्मा एवं एसडीओपी ब्यावरा श्रीमती नेहा गौर के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी देहात ब्यावरा उपनिरीक्षक गोविंद सिंह मीणा के द्वारा स्वंय अपने थाने के बल के आवेदिका मेवा बाई लोधी की शिकायत जांच में आवेदिका के द्वारा बताएं सुविधाजनक थाने, स्थान उसके घर एवं खेत पर जाकर जांच करने हेतु बताया जो वर्तमान में लागू नए कानून के प्रावधान मे बुजुर्गों के इच्छानुसार सुविधाजनक स्थान पर जांच की जाने के तहत थाना प्रभारी देहात ब्यावरा अपनी टीम के साथ बुजुर्ग महिला के गांव लोधीपुरा पहुंचे जहां पहुंचकर आवेदिका मेवा भाई के कथन लेख किया जिसने करीब 20 30 साल पहले की बातें तक बताई जिस पर पूर्व में अपराध पंजीबद होकर न्यायालय में विचाराधीन है जो एक ही बात को बार-बार दोहरा रही थी जिसकी मानसी की स्थिति सही नहीं लग रही थी मामले की तह तक जाने के लिए आवेदिका द्वारा आवेदन पत्र में बताए गए सभी बिंदुओं की बिंदुवार जांच के लिए आवेदिका के पुत्र दीपक एवं विष्णु और आसपड़ोसियों राम रतन लोधा, रोशन लाल लोधा, उमरार बाई एवं ग्राम चौकीदार,सरमंच अमर सिंह लोधा की उपस्थिति में जांच की एवं शिकायत में बताएं व्यक्ति रामकली मीणा और गोपाल मीणा पूछताछ कर कथन लिए जो परिजनों एवं पड़ोसियों द्वारा बताया गया कि उक्त महिला मेवा बाई करीब 20 साल पहले से शिकवा शिकायत करती है कहीं बार अपने पति एवं लड़कों को जेल भिजवा चुकी है जिससे परेशान होकर पति एवं लड़के गांव घर से बाहर रहते हैं और वही नौकरी कर गुजारा करते हैं वर्तमान में आवदिका के साथ उसका पति एवं पुत्र मारपीट नहीं करते हैं और पूरी देखभाल पति एवं पुत्र ही करते हैं। अभी 6 माह पूर्व पति एवं पुत्रों द्वारा आवेदी का के पैर में इन्फेक्शन होकर सड़ गया था जिसको ऑपरेशन भी पति एवं पुत्र द्वारा कराया गया था उसके बाद पति के साथ रामदेवरा एवं वैष्णो देवी घूमने भी गए थी। आवेदिका की यह स्थिति बनी हुई है कि कभी कुछ बोलती है कभी कुछ बोलती है कभी बोलती है कि पति मेरे साथ रहे कभी बोलती है कि पति और बच्चों को मेरे घर से भगाओ वर्तमान में महिला को कोई परेशान नहीं कर रहा है पति के संबंध में आवेदिका का आरोप है कि शराब पीकर अन्य औरतों के साथ ढांवो पर आता जाता है जिसके संबंध में आवेदन पत्र में बताई महिलाओं एवं व्यक्तियों के कथन लिए उसके पुत्रों एवं गांव के वरिष्ठ जनों से जानकारी ली जिन्होंने इस बात को पूरी तरह झूठ होना बताया।
। सम्पूर्ण जांच पर परिजनों ग्रामीणों एवं स्वतंत्र साक्षीयों एवं आवेदन पत्र में बताई औरतो के बयान पर पाया गया कि बुजुर्ग महिला पिछले 20-25 साल से अपने पति एवं परिवार की झूठी शिकायत थाने में कर रही है जिससे पति रामप्रसाद लोधी परेशान होकर घर पर नहीं रहता है और अगर घर पर रहता है तो उससे लड़ाई करती है और उसके लड़के भी लड़ाई के डर से घर से बाहर रहकर नौकरी करते हैं। बुजुर्ग महिला की स्थिति को देखते हुए शासकीय अस्पताल डाक्टर को दिखाया गया आवेदिका के परिजनों को समझाएं दी की आवेदिका मानसिक रूप से कमजोर लग रही है इसकी अच्छे से देखभाल कर इलाज करवाये।