ब्यावरा नगर की आध्यात्मिक एवं सामाजिक संस्था श्री विश्व प्रेम मंदिर ट्रस्ट विगत कई वर्षों से गुरु पूर्णिमा प्रकाश पर्व मनाती आ रही है । यह  पर्व पूज्य गुरुदेव संत ॐश्रीजी की स्मृति में मनाया जाता है । संस्था के संस्थापक रहे श्रद्धेय स्वर्गीय श्री शिवदत्तजी भारद्वाज ने मानव समाज में सर्वधर्म समभाव और विश्व बंधुत्व की भावना के विकास एवं भागवती चेतना के जागरण के उद्देश्य से इस संस्था की स्थापना की थी। श्री विश्व प्रेम मंदिर परिसर में पूज्य गुरुदेव ॐश्रीजी का समाधि स्थल है, यहां पर उनकी सूक्ष्म चेतना विद्यमान है। 10 जुलाई को गुरु पूर्णिमा पर यहां सर्वप्रथम प्रातः पीतवर्ण ध्वजारोहण एवं ध्वजवंदन गान के साथ कार्यक्रम का प्रारंभ हुआ तत्पश्चात कार्यक्रम के मुख्य अतिथि तथा विशेष अतिथि द्वारा दीप प्रज्वलन एवं पादुका पूजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में विद्वान शिक्षाविद राष्ट्रपति से सम्मान प्राप्त *डॉक्टर केदारनारायण जी जोशी सेवानिवृत्ति आचार्य विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन* पधारे तथा विशेष अतिथि के रूप में *संस्कृत विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉक्टर राधाबल्लभजी त्रिपाठी* पधारे अतिथि देव का सम्मान संस्था अध्यक्ष श्री अशोक जी दांगी, प्रोफेसर श्री अरविंद जी भारद्वाज, श्री प्रबोधजी गुप्ता, श्री अशोकजी भार्गव, श्री सत्यप्रकाशजी गुप्ता तथा अन्य सदस्यों द्वारा किया गया। गोपाल भजन मंडल पडो़निया द्वारा भजन "काग को हंस बनाते गुरु ़़़़़" प्रस्तुत किया गया, तत्उपरांत संस्था की दैनिक वैदिक प्रार्थना की गई, इसके बाद संस्था सचिव  श्री प्रबोध गुप्ता जी द्वारा पूज्य गुरुदेव के जीवन पर प्रकाश डाला गया, पश्चात डॉक्टर सत्यवती त्रिपाठी द्वारा पंडित गोकुल प्रसाद जी त्रिपाठी द्वारा रचित भजन "कब किसका ईश्वर मिल जाए" अपनी मधुर वाणी में प्रस्तुत किया गया। 
इसके बाद मुख्य अतिथि डॉक्टर जोशी जी द्वारा सद्ग्रंथोके माध्यम से गुरु की महत्ता बताई गई, उन्होंने बताया की जगद्गुरु भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन के माध्यम से श्री भगवद् गीता के रूप में सभी जनसमुदाय के लिए 700 श्लोक में ज्ञान प्रदान करा है। 
तत्पश्चात विशेष अतिथि डॉक्टर श्रीराधावल्लभ जी त्रिपाठी ने अपने बहुत ही सारगर्भित विचार गुरु की महत्ता पर रखे । कार्यक्रम में ब्यावरा नगर के प्रबुद्ध नागरिक एवं  माता-बहने तथा आसपास के ग्रामीणजन बहुत अधिक संख्या में पधारे  । सभी आगंतुकों काआभार संस्था अध्यक्ष श्री अशोक जी दांगी ने व्यक्त किया।