*
अंधकार से प्रकाश की ओर एक समर्थ गुरु अपने शिष्य को अंधकार से अथवा आज्ञा से प्रकाश व ज्ञान की ओर ले जाता है। जीवन में समय समय पर सही दिशा व सही मार्गदर्शन का मिलना बहुत अनिवार्य है अन्यथा हमारा जीवन रस्ते में ही भटक जाता है।
अब हम जाए तो जाए कहा फिर हमे किसी सच्चे विद्वान की तलाश होती है अर्थात समर्थ गुरु की, क्योंकि गुरु ही जीवन को भटकने से बिगड़ने से डूबने से बचता है। गुरु जीवन को किस प्रकार जिया जाए यह तरीका सिखाता है, विपरीत परिस्थिति को कैसे संभाला जाए उससे किस प्रकार निजात मिले यह शिक्षा देता है। 
गुरु जीवन का दुख तो नहीं काट सकता है जो विधि ने लिखा है वह तो हो कर रहेगा। किंतु उस दुःख के समय में भी आप दुखी न हो वह समय कब बीत जाए आपको पता ही न चले उसे कहते है गुरु कृपा।
इस लिए जीवन में एक समर्थ गुरु का होना बहुत अनिवार्य है, अब आप भी गुरुमुखी बने किसी समर्थ विद्वान निर्लोभी को अपना गुरु बना कर अपनी जीवन रूपी नोका को उन्हीं के हाथों में देदें। आपका जीवन सफल हो जावेगा।
🙏🙏🚩🚩
*आपका अपना भरत नागर* 
*श्री अंबिका ज्योतिष अनुसंधान केंद्र* 
*सहज धाम छापीहेड़ा*
YouTube :- SAHAJ DHAM CHHAPIHEDA