बच्चों को शिक्षा से जोडने एवं बाल भिक्षावृत्ति से मुक्त करने हेतु जागरूकता कार्यक्रम

राजगढ़ 21 जुलाई, 2025
महिला एवं बाल विकास विभाग और जिला बाल कल्याण समिति द्वारा शहर की मुख्य सड़कों, मंदिर, चौराहे पर भीख मांग रहे बच्चों को बाल भिक्षावृत्ति से मुक्त कराने तथा उन्हें शिक्षा से जोडने हेतु जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा के नेतृत्व में एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री श्याम बाबू खरे के मार्गदर्शन में खुजनेर रोड के डेरे, खिलचीपुर में लिम्बोद गांव के पास, छापीहेड़ा नाका, भोजपुर नाका में किया गया।
जागरूकता कार्यक्रम अंतर्गत सोमवार को खिलचीपुर के झुग्गी बस्तीयो में भ्रमण किया गया। साथ ही सभी बच्चों का सर्वे कर बच्चों को शिक्षा से जोडने हेतु परिवार को प्रेरित किया गया। कार्यक्रम में बाल कल्याण समिति और वन स्टॉप सेंटर की संयुक्त टीम के माध्यम से झुग्गी बस्तियों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस अवसर पर जिला बाल कल्याण समिति अध्यक्ष श्री साकेत शर्मा द्वारा परिवार से बच्चों को शाला प्रवेश करने हेतु जागरूकता किया। साथ सभी बच्चों को मुख्यधारा में जोड़ने का आग्रह किया। वन स्टॉप सेंटर प्रशासक सुश्री रश्मि चौहान द्वारा बच्चों का सर्वे कर चिन्हांकित करने हेतु आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं निर्देशित किया। साथ ही परिजनों को बच्चों से भीख ना मंगवाए यदि ऐसा होता हैं तो कार्यवाही की जाएगी। बच्चों के बाल अधिकारों का हनन भी है हमे उन्हें शिक्षा देना होगा जिससे उनका सामाजिक तथा व्यक्तित्व का विकास हो और वे समाज की मुख्य धारा से जुड़े। सरकार का लक्ष्य है कि हर बच्चा स्कूल जाएl समिति सदस्य श्री निलेश मालवीय द्वारा परिवार के आधार कार्ड की जांच कर पलायन का कारण जाना गया और बाल भिक्षावृत्ति अपराध है बताया गया। दल में संरक्षण अधिकारी सुश्री रिंकी धाकड़ द्वारा बच्चों के नाम नोट किए। महिला बाल विकास से बाल कल्याण समिति, वन स्टॉप सेंटर ने स्थानीय लोगों को जागरूक करते हुए कहा कि आपके क्षेत्र में ऐसे बच्चे दिखे तो उन्हें शिक्षा के प्रति जागरूक करे और संस्थाओं से जोड़ने का प्रयास करेंl उक्त अभियान में बाल भिक्षावृत्ति के बच्चों का चिन्हांकन, पहचान एवं हॉट स्पॉट का चयन किया जा रहा है। इस दौरान लिम्बोद आंगनवाड़ी कार्यकर्ता खिलचीपुर को निर्देश दिए गए कि बच्चों का संपूर्ण विवरण उपलब्ध कराये ताकि शाला प्रवेश की कारवाही की जा सके। साथ ही खिलचीपुर के छात्रावासों उत्कृष्ठ बालक छात्रावास, कन्या छात्रावास का भी निरीक्षण कर सुधारात्मक सुझाव अधीक्षक को दिए गए।