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जीरापुर(सं.):- नगर के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल गरुड़ासीन भगवान श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर के सामने विराजित किशनगढ़ बालाजी मंदिर पर 1991में मंदिर का जीर्णोद्धार करके बालाजी कि स्थापना वर्षगांठ मनाई गई थी।
तदउपरांत प्रतिवर्ष 13 जुलाई को किशनगढ़ बालाजी की स्थापना वर्षगांठ महोत्सव आयोजित किया जाता है।
    इसी तारतम्य में 34 वां स्थापना वर्षगांठ महोत्सव वैदिक मंत्रोच्चार के साथ धूमधाम से मनाया गया ।
       श्री बजरंग नवयुवक समिति हनुमान मंदिर किशनगढ़ का संचालन पं. श्यामसुंदर शर्मा के सानिध्य में विगत 60 वर्षों से भी अधिक समय से नगर में सुचारू रूप से अनुकरणीय पहल के रूप में धार्मिक एवं सामाजिक क्षेत्र में कार्य करती आ रही है। 
       ऐसे में किशनगढ़ बालाजी मंदिर ही नहीं अपितु नगर के धार्मिक एवं सामाजिक कार्यों में हमेशा अपनी विशेष सहभागिता निभाते आ रही है।
          समिति द्वारा वैसे तो बारहमास सुंदरकांड पाठ सहित विभिन्न धार्मिक आयोजनों का सिलसिला जारी रहता है जिसमें विशेष कर सुंदरकांड समिति के नाम पर अपनी विशेष अमिट छाप समिति की बनी हुई है उसी के साथ-साथ सावन मास में रामायण पारायण एवं शाही सुंदरकांड तथा 13 जुलाई बालाजी की स्थापना वर्षगांठ महोत्सव का आयोजन समिति द्वारा उत्साह उल्लास एवं धार्मिकता से ओतप्रोत होकर मनाया जाता है जो नगर में अपनी अनोखी पहचान के रूप में समिति को जाना जाता हैं। 
     हनुमान जी की स्थापना वर्षगांठ महोत्सव के इस 34 वे आयोजन में 12 जुलाई को दो दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान कि शुरुआत हुई जिसमें 12जुलाई को रामायण पारायण बिठाई गई तथा 13जुलाई को हवन यज्ञ क में विधि विधान से पंडितों द्वारा मंत्रौंच्चार के द्वारा आहुतियां दी इस अवसर पर नगर सहित विश्व के कल्याण की कामना के साथ पूर्णाहुती का आयोजन हुआ।