" *

प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय राजगढ़ सेवाकेंद्र में रक्षाबंधन का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया ।कार्यक्रम का उद्घाटन पूर्व विधायक श्री रघुनंदन शर्मा,कांग्रेस जिला महामंत्री राशिद जमील ,विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष श्री तेजेंद्र उपाध्याय ,समाज सेवी श्री प्रताप सिंह सिसोदिया एवं ब्रह्मकुमारीज की जिला प्रभारी बी.के.मधु दीदी ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया। पूर्व विधायक रघुनंदन शर्मा ने राखी की शुभकामना देते हुए कहा कि आज हरेक बहन असुरक्षित है ।आज मानव संस्कृति का पतन होने के कारण मनुष्य  मन में विकृति आ गई है और उसके लिए प्रयास की जरूरत है।साथ ही सभी पधारे हुए अतिथियों ने रक्षाबंधन की शुभकामनाएं दी।इसके पश्चात ब्रह्माकुमारी मधु दीदी ने  रक्षाबंधन की बधाई देते हुए रक्षाबंधन के आध्यात्मिक रहस्य पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि वास्तव में इस पर्व के पीछे केवल शारीरिक रक्षा का सवाल नहीं है, बल्कि संकल्पों के बंधन का भाव भी समाया होता है। उन्होंने कहा कि रक्षाबंधन का अर्थ ही है एक दूसरे की पवित्रता व सम्मान की रक्षा करना जो कि केवल तब होगा जब हम सब आत्मिक संबंध जोड़ेंगे। राखी बंधन अर्थात आपस में एक पवित्र प्रेम के बंधन में बंधना। जो हम सबके आत्मिक पिता परमात्मा की बताई हुई शिक्षाओं पर चलकर ही संभव है। आज इस पावन पर्व पर हम सब एक दूसरे को सच्ची-सच्ची राखी बांधकर इस राखी उत्सव के महत्व को बढ़ाते चलें। 
बी के सुमित्रा दीदी ने  आत्मानुभूति का अभ्यास कराया।वही बी के सुरेखा दीदी ने सभी को प्रतिज्ञा कराई। बी के दीपिका दीदी  ने प्रभावशाली  मंच संचालन किया।कुमारी सीमा ने राखी के पावन पर्व पर सुंदर नृत्य प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के उपरांत ब्रह्माकुमारी बहनों ने कलेक्टर महोदय श्री गिरीश मिश्रा जी को भी परमात्मा का पवित्र रक्षा सूत्र बांधकर रक्षाबंधन की बधाई दी। वही जिला पुलिस अधीक्षक श्री आदित्य मिश्रा एवं टी आई श्री वीर सिंह ठाकुर एवं अन्य पुलिस अधिकारियों ने भी ब्रह्माकुमारी सेवाकेंद्र पर आकर पवित्र रक्षा सूत्र बंधवाया और राखी की शुभकामनाएं दी ।इस दौरान बी के बहनों ने उन्हें आध्यात्मिक चित्र प्रदर्शनी के माध्यम से आध्यात्मिक ज्ञान से अवगत कराया। साथ ही ईश्वरी सौगात देकर मुख मीठा करवाया गया l रेस्ट हाउस जाकर ब्रह्माकुमारी मधु दीदी ने कलेक्टर महोदय को भी परमात्म रक्षा सूत्र बांधकर ईश्वरी सौगात व ब्लेसिंग दी ।