बोड़ा:- बोड़ा थाना क्षेत्र वा कस्बे में चोरी की वारदातें लगातार बढ़ती जा रही है, जबकि पुलिस अज्ञात चोरों को पकडऩे व वारदातों का खुलासा करने में नाकाम सिद्ध हो रही है।
बोड़ा पुलिस थाने से 1 किलो मीटर दूरी पर कस्बे के वार्ड क्रमांक 05 मेन मार्केट में स्थित नेमा स्वीट्स (होटल)दुकान में चोरी की वारदातें हो चुकी है। शुक्रवार रात को नेमा स्वीट्स  होटल पर दुकान में चोरी हुई। हालांकि नकदी या सामान चोरी हुआ हे, लेकिन तोडफ़ोड़ नहीं की। जानकारी के अनुसार कस्बे में गत दो-तीन महिनों में चोरी की वारदातें लगातार बढ़ती जा रही है, जिसके कारण आमजन व व्यापारियों में भय का माहौल है। हालांकि पुलिस की ओर से कुछ पुरानी चोरी की वारदातों का खुलासा नही किया गया है, लेकिन लगातार बढ़ती चोरी की वारदातों पर अंकुश नहीं लगने के कारण चोरों के हौसले बुलंद हो रहे है और आमजन में दहशत का माहौल हो गया है।
*दूकान का ताला तोडक़र नकदी और सामान चोरी कर ले गए अज्ञात चोर*
दुकानदार महेश नेमा ने बताया कि 30 अगस्त शुक्रवार शनिवार दरमियान की रात 1 बजे से 2 के बीच में अज्ञात चोरों की ओर से ताले तोडे गए। इसके बाद अज्ञात चोरों ने देर रात को ताला तोडक़र दुकान में प्रवेश किया। जिसके बाद यहां काउंटर का गल्ला निकाल कर, नगदी रुपए और खाने के सामान पर हाथ साफ कर दिया।चोरी की घटना के तुरंत बाद महेश नेमा ने सीसीटीवी फुटेज की जांच की, जिसमें चोर की पूरी गतिविधि साफ-साफ दिख रही है।शनिवार को सुबह सूचना मिलने पर थाना प्रभारी रामकुमार राम भगत के निर्देश पर आरक्षक देवेंद्र दांगी को भेजकर पुलिस बल के साथ दुकान पर पहुंचे और मौका मुआयना किया। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर मामले की जांच शुरू की।


*सीसीटीवी कैमरे की मदद से पुलिस को चोर की पहचान में मिलेगी मदद*
महेश नेमा ने शनिवार को बोड़ा थाने पहुंचकर घटना की लिखित शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर चोर की पहचान और गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिए है। सीसीटीवी कैमरे की मदद से पुलिस को चोर की पहचान में काफी मदद मिलने की उम्मीद है। इस घटना के बाद से स्थानीय व्यापारियों में चिंता का माहौल है और वे अपनी सुरक्षा को लेकर ज्यादा सतर्क हो गए हैं।

*पुलिस बल की कमी से क्षेत्र में बड़ रहे अपराध*
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जिले के बोड़ा थाना, के अलावा कई ऐसे अन्य थाने हे जहा पुलिस की भारी कमी हे। उप निरीक्षक से लेकर महिला आरक्षक, पुरुष आरक्षक, तक के कई पद रिक्त पड़े हुए हैं।आलम यह है कि अब बोड़ा थाने में जहां उप निरीक्षक की संख्या शून्य में हैं शेष उप निरीक्षकों का तबादला कर दिया गया। जिसके कारण अब घटनाओं की विवेचना खुद निरीक्षकों को ही करनी पड़ रही है। बताया जा रहा है कि जिले में ही पुलिस बल की भारी कमी पहले से ही है और जिले में पुलिस सेवकों के स्थानांतरण के बाद कई थानों में स्टाफ का टोटा हो गया है इसी में बोड़ा थाना भी शामिल हे। हालांकि बोड़ा थाना ऐसा हे जहां स्वीकृत पद से आधा स्टाफ भी नही है।जिले के बोड़ा थाने में पुलिस बल पर्याप्त संख्या में न होने पर कानून व्यवस्था को चुस्त-दुरूस्त रखने में अड़चने आ रही है। हालांकि पुलिस अधिकारियों का दावा है कि स्टाफ अच्छी तरीके से काम कर रहा है और अपराधों पर नियंत्रण है। फिलहाल जिले में पुलिस बल की कमी का असर थाना व चौकियों में दिखाई दे रहा है। यदि पुलिस सेवकों की नवीन पदस्थापना नहीं हुई तो आगामी दिनों में पुलिस अधिकारियों एवं प्रशासन को कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ सकती है।

*बोड़ा थाने में बल पर एक नजर* 
स्वीकृत पद
उप.निरीक्षक (4)में से (0)
ए.एस.आई   (4) में से (2)
प्रधानआरक्षक 6 में से (1)
आरक्षक 16 में से 12 
टोटल 32 में से 16 पद रिक्त पड़े हुए हैं।