संडावता ।
 नगर के बस स्टैंड पर दुकानों के लिए नीलाम बोली में प्राप्त 1 करोड़ 85 लाख मिलने के बाद 5 साल बाद भी खरीददारोंको दुकान नहीं मिल सकी। खरीददारों की मंगलवार को शिकायत मिलने के बाद कलेक्टर के आदेश से जनपद सीईओ ने गुरुवार को तीन सदस्यीय जांच टीम बनाकर दुकानों का काम पूरा करने, सड़क निर्माण, सुलभ कॉम्प्लेक्स शौचालय के कार्य तुरंत पूरा कर सौंपने के निर्देश दिए है।

दरअसल, साल 2019 में तत्कालीन सरपंच और सचिव ने संडावता में बस स्टैंड निर्माण के लिए 32 दुकानें बस स्टैंड और 20 दुकानें सारंगपुर रोड पर बनाने का प्रस्ताव कर नीलाम बोली की ओर से सवा दो करोड़ रुपए में दुकानें नीलाम की। इस राशि से दुकानों का निर्माण, बस स्टैंड पर कंक्रीट सड़क सहित सार्वजनिक सुलभ शौचालय बनना था।

2019 में ही नीलाम बोली में पहले ही दिन लगभग 1 करोड़ 85 लाख रुपए नगद ग्राम पंचायत ने खरीददारोंसे जमा करवाए। जबकि 40 लाख रुपए दुकानें सौंपने के बाद लेना थे। खरीददारोंके अनुसार जमा की गयी राशि के बाद कोरोना का दौर शुरू हो गया। इसलिए उन्होंने भी जल्दबाजी नहीं की लेकिन साल 2022 में सरपंच चुनाव के बाद सरपंच सचिव बदल गए और उनके ओर से जमा की गयी राशि तत्कालीन सरपंच सचिव ने कहां खर्च की इसका रिकार्ड भी पंचायत में नहीं है।

अब खरीददार अपनी रसीद लेकर दुकान अधिग्रहण के लिए पंचायत के चक्कर काट रहे है। लगातार शिकायतों के बाद भी सुनवाई नहीं होने पर उन्होंने 17/09/2024 को कलेक्टर से पूरे मामले की शिकायत की। जनपद सीईओ प्रमोदकुमार सिंह ने बताया कि कलेक्टर कार्यालय से प्राप्त शिकायत पत्र के बाद गुरुवार को पूरे मामले की जांच कर अतिशीघ्र दुकानों का निर्माण पूरा करने, बस स्टैंड पर कंक्रीट सड़क निर्माण सहित सार्वजनिक शौचालय निर्माण के लिए एक सहायक यंत्री, एक उपयंत्री और एक एडीईओ की तीन सदस्यीय जांच टीम बनाकर काम पूरा कर खरीदारों को अतिशीघ्र दुकान सौंपने के आदेश जारी किए है।