_अक धतूरे के स्थान पर बुराइयों को अर्पण करना ही सच्ची शिवरात्रि है: बीके सुरेखा दीदी*_*

पारायण चोक मेन मार्केट राजगढ़ में 8 मार्च प्रात 8:30 बजे प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज ईश्वरीय विश्वविद्यालय के द्वारा 88 वी त्रिमूर्ति शिव जयंती पर्व परमात्म अवतरण से स्वर्णिम भारत का उदगम विषय पर बड़े ही धूम धाम से मनाया गया। इस अवसर पर ब्रह्माकुमारीज की राजगढ़ जिला प्रभारी ब्रह्माकुमारी मधु दीदी, मप्र के राज्य मंत्री नारायण सिंह पंवार,विधायक अमर सिंह यादव, पूर्व विधायक बापू सिंह तंवर, पूर्व विधायक रघुनंदन शर्मा, हेमराज कल्पोनी, राजगढ़ नगर पालिका उपाध्यक्ष ओपी शर्मा, कांग्रेस जिला महामंत्री राशिद जमील,एमडीएस डॉ प्रियंका नागर विशेष रूप से उपस्थित रहे । कार्यक्रम में स्वागत नृत्य द्वारा आए हुए अतिथियो का सम्मान किया गया। सभी अतिथियों ने तथा शहर के गणमान्य लोगों ने मिलकर दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। जिसमें ब्रह्माकुमारी सुरेखा दीदी ने शिवरात्रि का आध्यात्मिक रहस्य बताते हुए कहा कि शिवरात्रि अर्थात परमात्मा कलयुग रूपी घोर अज्ञान अंधकार की रात में धरा पर आकर आत्म जागृति द्वारा अज्ञान अंधकार को नष्ट करते हैं। परमात्मा शिव निराकर ज्योति बिंदु स्वरूप है जो ब्रह्मा विष्णु शंकर के भी रचयिता है इसीलिए उन्हें त्रिमूर्ति कहां जाता है ,हमें भगवान के ऊपर अक धतूरे के स्थान पर अपने अंदर की बुराइयों को अर्पण कर अपने जीवन को निर्मल बनाना ही शिवरात्रि की सार्थकता है।
राज्य मंत्री नारायण सिंह पंवार ने संस्था द्वारा आयोजित कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि एक ही स्थान पर 12 ज्योतिर्लिंग का मेला एवं इतनी सुंदर आध्यात्मिक संगोष्ठी जनकल्याण के लिए की गई। उन्होंने अपने आप को बदलने के लिए कहां है कि हम किसी दूसरों को न देखें स्वयं का परिवर्तन करें। इस संस्था से जुड़कर अपने अंदर की बुराइयों को छोड़ गुणो को धारण करें तभी एक श्रेष्ठ राष्ट्र बन पाएगा।
विधायक अमर सिंह यादव ने शुभकामनाएं देते हुए कहां कि जाति,धर्म, लिंग,रंग का भेदभाव किये बिना हम एक साथ मिलकर आपस में भाईचारे से रहे तो यह समाज बहुत ही आगे बढ़ सकता है।
ब्रह्माकुमारी मधु दीदी ने कहा कि शिव ज्योति है इसलिए हम ज्योतिर्लिंग की पूजा करते हैं। वह जन्म मरण रहित, निराकार और अशरीरी देवों के भी देव महादेव है। शिवरात्रि पर हमें अपने अंदर की बुराईयां काम ,क्रोध ,लोभ मोह,अहंकार ईर्ष्या, द्वेष, नफरत शिवजी पर चढ़ा कर सच्ची शिवरात्रि मनाना है। इस कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी दी गई तथा अंत में शिव ध्वजारोहण कर सुमित्रा दीदी ने सभी को आंतरिक मतभेद और बुराइयों को मिटाकर स्नेह, प्रेम से रहने की प्रतिज्ञा कराई । सभी अतिथियों को ईश्वरीय सौगात देकर सम्मानित किया गया और बहुत सुंदर द्वादश ज्योतिर्लिंग की झांकी भी सजाई गई जिसमें सैकड़ो लोगों ने दर्शन कर लाभ लिया परमात्मा शिव की महा आरती भी की गई। तथा सभी को प्रसादी वितरण की गई।