संडावता नगर सहित संपूर्ण ग्रामीण अंचल में सोमवार 22 जनवरी को रामलला के अयोध्या में आयोजित प्राण प्रतिष्ठा को लेकर उत्सव का माहौल रहा। आज बसें नही चली तथा बाजार स्वेच्छा से बंद रहे। क्षैत्र का हर नागरिक अपने-अपने तरीके से राम की भक्ति में रमता ही गया। संडावता नगर के सभी मंदिरों में अलसुबह से ही सजावट के बाद धार्मिक आयोजनों का दौर शुरू हुआ जो दोपहर तक पूरे शबाब पर रहा। नगर के अंजनीलाल दरबार, उदासीन आश्रम, साहजी बावडी के वीर हनुमान मंदिर, कुशवाह, भिलाला समाज के मंदिर, अन्नपूर्णा मंदिर, सांवलिया सेठके मंदिर, सेठजी के मंदिर, नागरजी के मंदिर, बांके बिहारीजी के मंदिर, श्रीखेडापति हनुमान मंदिर, श्रीराममंदिर बजरंगगढ़ी, बंगला के मंदिर, श्रीनृसिंह मंदिर  सहित नगर एवं ग्रामीण अंचल के सभी मंदिरों पर जयकारों के मध्य दोपहर 12 बजते ही शंख चालर की ध्वनियों, मंगलाचार के साथ विशेष आरतियां उतारकर सामूहिक पाठ किये गये। सभी मंदिरों में दर्शन के लिये लोगों की भारी भीड़ नगर में भ्रमण करती रही। दोपहर बाद नगर के श्रीनृसिंह मंदिर परिसर में विशाल भंडारा शुरू हुआ जिसमें हजारों लोगों ने महाप्रसादी ग्रहण की। घर-घर विशेष रांगोलियां सजायी गयी। भगवा पताकाओं, बैनर, राममय हो गया। श्रद्धालुओं दिनभर रामलला की पूजा अर्चना कर रामभक्ति में रमे नृत्य करते रहे। नगर के सभी मंदिरों के साथ ही पूरा नगर ही आज भी झिलमिल  रोशनी से जगमगाता  रहा। समाज के सभी वर्ग सब मतभेद भुलाकर पूर्ण तन्मयता से आयोजनों में जुटे रहे।