राजगढ़ में 17 मई को तिरंगा यात्रा: ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और भारतीय सेना के सम्मान में आयोजन

राजगढ़। भारतीय सेना की वीरता और ऑपरेशन सिंदूर की अभूतपूर्व सफलता के सम्मान में *राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए नागरिक* कार्यक्रम के अंतर्गत 17 मई 2025, शनिवार को दोपहर 03 बजे राजगढ़ में निकलने जा रही भव्य ओर इतिहासिक #तिरंगा_यात्रा। यात्रा का आरंभ दोपहर 03 बजे खिलचीपुर नाका भारत माता की मूर्ति पर एकत्रीकरण के साथ भारत माता की आरती के साथ शुरुआत होगी। यह तिरंगा यात्रा पुराना बस स्टैंड किला तिली चौक पारयण चौक होते हुए जय स्तंभ चौराहा पर पहुंचेंगी जिसका भारत माता के जयकारे के साथ शहीदों को श्रद्धांजलि के बाद समापन किया जाएगा।
*इस यात्रा का उद्देश्य भारतीय सैनिकों का मनोबल बढ़ाना और उन्हें धन्यवाद देना है।*
तिरंगा यात्रा की तैयारियों को निजी जिसमें विभिन्न समाजों के प्रतिनिधियों एवं सामाजिक संगठनों के अध्यक्ष, सचिव सहित । सर्व समाज की ओर से इस ऑपरेशन सिंदूर की इतिहासिक सफलता पर सेना के सम्मान में निकलने जा रही ऐतिहासिक तिरंगा यात्रा में सभी को बता दे कि ऑपरेशन सिंदूर की सफलता हाल ही में पहलगाम हमले के जवाब में भारत ने कड़ा रुख अपनाते हुए ऑपरेशन सिंदूर चलाया। इस ऑपरेशन में भारतीय सेना ने पाकिस्तान से संचालित आतंकवादी ठिकानों और उनके प्रशिक्षण शिविरों को ध्वस्त कर दिया। कई आतंकवादी सरगनाओं के मारे जाने के साथ यह ऑपरेशन आतंकवादियों के हौसलों को तोड़ने में सफल रहा। इस ऐतिहासिक सफलता का उत्सव मनाने और भारतीय सेना के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए राजगढ़ में तिरंगा यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने पहलगाम हमले में शामिल रहे आतंकवादियों को उनकी कल्पना से बड़ी सजा देने और उनके ठिकानों को तबाह करने का जनता से किया वादा पूरा किया है। ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान ने नौ आतंकी ठिकानों, 11 एयरपोर्ट, 100 से ज्यादा आतंकियों, 50 सैनिकों और अपना सम्मान खो दिया है। ऑपरेशन सिंदूर की उपलब्धियों को बताने के लिए देश भर में विभिन्न समाज वर्ग के लिए तिरंगा यात्रा निकाल रहे हैं।
*सामाजिक सहभागिता की अपील*
सर्व समाज द्वारा राजगढ़ के पूर्व सैनिक संगठनों, सामाजिक संगठनों, महिला संगठनों, पेंशनर संगठनों, धार्मिक संगठनों, अधिकारियों, कर्मचारियों, राजनीतिक संगठनों, और समस्त नागरिकों से तिरंगा यात्रा में उत्साहपूर्वक भाग लेने का आह्वान किया है। “यह यात्रा केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि हमारी सेना के प्रति कृतज्ञता और राष्ट्रीय एकता का प्रतीक है। हम सभी को एकजुट होकर इस गौरवशाली क्षण का हिस्सा बनना चाहिए।”