मुंबई। महाराष्ट्र में अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? महायुति की तरफ से अभी तक इस सबाल का उत्तर नहीं मिल सका है। इसी बीच राज्य में नई सरकार के गठन को लेकर एनसीपी चीफ अजित पवार ने पुणे में मीडिया से बात करते हुए बड़ी जानकारी साझा की है। वहीं राज्य भाजपा प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले ने बताया कि नई महायुति सरकार 5 दिसंबर की शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में दक्षिण मुंबई के आजाद मैदान में शपथ लेगी।
एनसीपी चीफ अजित पवार ने कहा कि महायुति नेताओं की दिल्ली में हुई बैठक में यह फैसला लिया गया है कि महायुति भाजपा के मुख्यमंत्री के साथ सरकार बनाएगी और शेष दो दलों के उपमुख्यमंत्री होंगे। उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब देरी हुई है। 1999 में सरकार गठन में एक महीने का समय लगा था।
महायुति, जिसमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजीत पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) शामिल हैं। जिसने महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में शानदार जीत दर्ज की। सीटों के मामले में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी, जबकि शिवसेना और राकांपा ने क्रमशः 57 और 41 सीटें जीतीं।
हालांकि, सरकार गठन में देरी हो रही है और अगले मुख्यमंत्री को लेकर सस्पेंस जारी है।  यह पूछे जाने पर कि राज्य का मुख्यमंत्री कौन होगा, पवार ने कहा, “राज्य में भाजपा से एक मुख्यमंत्री और महायुति के अन्य दो दलों से दो उप मुख्यमंत्री होंगे। संभावित रूप से, शपथ ग्रहण समारोह 5 दिसंबर को होगा। हमने एक मजबूत दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ने का फैसला किया है।
हालांकि अभी तक इस बात की घोषणा नहीं हुई है कि मुख्यमंत्री कौन होगा, लेकिन भाजपा सूत्रों ने बताया कि देवेंद्र फडणवीस, जो दो बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं और पिछली एकनाथ शिंदे नीत सरकार में उपमुख्यमंत्री थे, शीर्ष पद की दौड़ में सबसे आगे हैं। शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में अजित पवार भी उपमुख्यमंत्री थे।