एयर इंडिया प्लेन क्रैश: टेकऑफ के बाद क्यों बंद हो गए दोनों इंजन? जांच में खुलासा
अहमदाबाद में 12 जून को एयर इंडिया विमान हादसे की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट जारी कर दी गई है. एयरक्राफ्ट एक्सिडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) ने रिपोर्ट में कई चौंकाने वाली जानकारियां सामने आईं हैं. रिपोर्ट के मुताबिक टेकऑफ के कुछ सेकेंड ही बाद विमान के दोनों इंजन अपने-आप बंद हो गए थे, जिसके बाद विमान क्रैश की नौबत आ गई.
AAIB ने विमान के इंजन में फ्यूल की सप्लाई बंद होने जैसी कई अहम बातों की तरफ इशारा किया है. हालांकि, इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो ने कहा है कि ये रिपोर्ट प्रारंभिक है. फिलहाल हादसे की विस्तृत जांच चल रही है.
इंजनों में फ्यूल आना बंद
रिपोर्ट के मुताबिक, एयर इंडिया के प्लेन ने सुबह करीब 8 बजकर आठ मिनट पर 180 नॉट्स की अधिकतम इंडिकेटेड एयरस्पीड हासिल की थी. इसके बाद अचानक दोनों इंजन के फ्यूल कट-ऑफ स्विच, जो इंजन को फ्यूल भेजते हैं, वो ‘रन’ से कटऑफ पोजिशन में चले गए. रिपोर्ट में कहा गया है कि यह घटना सिर्फ 1 सेकेंड के गैप पर हुई. इस दौरान इंजनों में फ्यूल आना बंद हुआ. हालांकि, अभी अंतिम निष्कर्ष आना बाकी है.
पायलटों के बीच बातचीत ने चौंकाया
जांच रिपोर्ट में कॉकपिट में पायलटों के बीच बातचीत की भी जानकारी सामने आई है. कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (सीवीआर) के अनुसार, एक पायलट ने दूसरे से पूछा कि तुमने इंजन क्यों बंद किया? इस सवाल के जवाब में दूसरे पायलट ने कहा कि मैंने कुछ नहीं किया. दोनों पायलटों के बीच की बातचीत से यह साफ हुआ है कि फ्यूल कटऑफ किसी ने जानबूझकर नहीं किया था.
रैम एयर टर्बाइन (RAT) सक्रिय
बता दें कि विमान के ऑटोमैटिक सिस्टम ने इमरजेंसी हालात को देखते हुए खुद-ब-खुद मदद करने की कोशिश की. हालांकि, रैम एयर टर्बाइन (RAT) यानी आपातकालीन पंखा और APU जैसी सिस्टम्स को सक्रिय करने के बाद भी प्लेन को क्रैश होने से नहीं बचाया जा सका. जानकारी के मुताबिक RAT तभी बाहर निकलता है, जब प्लेन में बिजली सप्लाई में दिक्कत आती है. इसका मतलब है कि इंजन बंद होने की वजह से प्लेन की मेन पावर सप्लाई भी प्रभावित हुई थी.
RAT दोनों इंजन या पावर सप्लाई बंद होने या फिर हाइड्रोलिक विफलता पर खुद एक्टिव हो जाता है. यह प्लेन को ऊंचाई बनाए रखने में मदद करता है. यह पावर पैदा करने के लिए एयर स्पीड का उपयोग करता है.
प्लेन हादसे में 260 लोगों की मौत
12 जून को एयर इंडिया का बोइंग 787-8 विमान (उड़ान एआई 171) लंदन गैटविक के लिए अहमदाबाद से उड़ान भरने के तुरंत बाद एक मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल परिसर में क्रैश हो गया, जिससे इसमें सवार 241 लोगों सहित 260 लोगों की मौत हो गई. हालांकि इस हादसे में एक यात्री जिंदा बच गया था. प्लेन में सवार 242 लोगों में 12 क्रू के सदस्य थे. यात्रियों में 169 भारतीय नागरिक, 53 ब्रिटिश नागरिक, एक कनाडाई नागरिक और 7 पुर्तगाली नागरिक शामिल थे.