शिव वरदान भवन में ब्रह्माकुमारीज की मुख्य प्रशासिका दिवंगत दादी रतन मोहिनी जी को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई*

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राजगढ़ 20 अप्रैल ।
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय, राजगढ़ द्वारा संस्थान की मुख्य प्रशासिका101 वर्षीय दादी रतन मोहिनी जी के प्रति श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर राजगढ़ जिला प्रभारी ब्रह्माकुमारी मधु दीदी ने दादी जी के प्रति संस्मरण सुनाते हुए ने कहा कि योगशक्ति दादीजी 13 वर्ष की अल्प आयु में अपनी माताजी के साथ इस ईश्वरीय विद्यालय में आई। 14 वर्ष की योग साधना करने के पश्चात आपने अनेक देशों में तथा भारत में परमात्मा का संदेश देने के निमित्त बनी। अपने सन् 1954 में विश्व धर्म सम्मेलन में संस्थान का प्रतिनिधित्व किया। सन् 1985 में संस्थान द्वारा निकाली गई 30,000 किलोमीटर युवा पदयात्रा का अपने कुशल नेतृत्व किया, जिसे लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी दर्ज किया गया।
वर्ष 2014 में गुलबर्ग विश्वविद्यालय ने उन्हें युवाओं और महिलाओं के आध्यात्मिक नैतिक और सामाजिक सशक्तिकरण के लिए डॉक्टरेट की उपाधि देकर सम्मानित किया गया था। दादी जी का व्यक्तित्व कुशल नेतृत्व, सरल और विनम्र स्वभाव से सुसज्जित था।
कार्यक्रम के आरंभ में वीडियो फिल्म के द्वारा दादी जी के जीवन चरित्र तथा उनके द्वारा कि गई सेवाओं की झलकियां दिखाई गई।
इस अवसर पर पूर्व विधायक रघुनंदन शर्मा भी मौजूद रहे जिन्होंने दादी जी को स्मरण करते हुए तथा उनके दिखाए गए मार्ग को आत्मसात करने की बात कही। इस मौके पर समाजसेवी प्रताप सिंह सिसोदिया ने कहा कि दादी जी द्वारा किए गए समाज उत्थान के कार्य को अब आगे बढ़ाने की जिम्मेवारी हम सभी की है।
कार्यक्रम में पधारे सभी मेहमानों एवं संस्था के सदस्यों द्वारा दादी जी को श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए।