यमन में अलकायदा का सदस्य बनने वाले नॉर्वे के एक नागरिक को ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने गिरफ्तार किया है। नॉर्वे के प्रसारक एनआरके ने सोमवार को ये जानकारी दी। रिपोर्ट के मुताबिक एंडर्स कैमरून ओस्टेंसविग डेल को सना स्थित एक अस्पताल में रखा गया है। नॉर्वे में आतंकवाद के संदेह में वो वांटेड था और अमेरिका ने उसका नाम ब्लैक लिस्ट में डाल दिया था। नॉर्वे की सुरक्षा सेवा पीएसटी और अभियोजक हैरिस हरेनोविका ने कहा कि संदिग्ध को अस्पताल में हिरासत रखे जाने से हमें लगता है कि उसे कोई चोट आई है। उसे कब और कैसे पकड़ा गया तथा हूती विद्रोहियों की ओर से तत्काल कोई पुष्टि नहीं की गई है। प्रसारक ने कहा कि ओस्टेंसविग डेल ने 2008 में इस्लाम अपना लिया था और उसने अलकायदा की शाखा में शामिल होने से पहले कई बार यमन का दौरा किया। एनआरके ने कहा कि उसने 2011 में नॉर्वे छोड़ दिया था।

पिछले महीने अलकायदा के संदिग्ध आतंकवादियों ने दक्षिणी यमन में संयुक्त राष्ट्र के पांच कर्मचारियों का अपहरण किया था। यमन के अधिकारियों ने कहा था कि दक्षिणी प्रांत अबयान में कर्मचारियों का अपहरण कर उन्हें एक अज्ञात स्थान पर ले जाया गया। उन्होंने बताया कि इनमें चार यमन के और एक विदेशी नागरिक था। पिछले महीने ही यमन में युद्ध लड़ रहे सऊदी अरब नीत गठबंधन ने बताया था कि यमन से जुड़ी देश की सीमा पर स्थित दक्षिणी सऊदी अरब के अभा क्षेत्र में स्थित हवाई अड्डे पर ड्रोन हमले के प्रयास में गिरे मलबे से 12 लोग घायल हो गए। गठबंधन ने एक बयान में कहा कि घायलों में यात्री और हवाई अड्डे के कर्मचारी शामिल हैं। बयान के अनुसार, घायलों में सऊदी अरब के दो नागरिक जबकि बांग्लादेश के चार, नेपाल के तीन और श्रीलंका, फिलीपीन तथा भारत के एक-एक लोग शामिल हैं।