जयपुर। राजस्थान कांग्रेस ने बड़ा दावा करते हुए कहा है कि राज्य के मंत्रियों की जासूसी हो रही है। उसकी रिपोर्ट भी दिल्ली भेजी जा रही है। प्रदेश कांग्रेस के प्रमुख गोविंद सिंह डोटासरा ने यहां तक दावा किया कि विशेष सहायक मंत्रियों की जासूसी करके रिपोर्ट दिल्ली में भाजपा नेतृत्व को भेज रहे हैं। कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बाद डोटासरा ने किरोड़ी लाल मीणा के इस्तीफे को लेकर भी तंज कसा। उन्होंने कहा, मंत्रियों की कैबिनेट में कोई पूछ नहीं है क्योंकि नौकरशाह प्रभुत्व रखते हैं। मंत्रियों के विशेष सहायक भी आदेश नहीं मान रहे हैं, बल्कि वे चीफ सेक्रेट्री और दिल्ली में पार्टी सुप्रीमो के लिए जासूसी कर रहे हैं कि कौन सी फाइल कहां जा रही है। उन्होंने कहा कि मंत्रियों की स्वयत्ता में अभाव लोकतंत्र के खिलाफ है। राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा प्रवक्ता मुकेश पारीक ने कहा, कांग्रेस के लोगों को बेतुके बयान देने की आदत है। वे केवल लोगों को भ्रमित करने के लिए झूठ बोलते हैं। ऐसा कुछ नहीं हुआ है।
कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा के इस्तीफे का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, यह लोकतंत्र का अपमान है कि एक मंत्री ने मुख्यमंत्री को एक महीने पहले इस्तीफा भेज दिया। लेकिन सरकार इस्तीफे को स्वीकार या खारिज नहीं कर सके। कृषि बजट को लेकर क्या उन्होंने मीणा से कोई चर्चा की या सलाह ली? मीणा ने लोकसभा चुनाव में किए अपने वादे के मुताबिक नतीजे के अगले दिन इस्तीफा दे दिया था। मीणा ने कहा था कि जिन 7 लोकसभा सीटों पर उन्होंने पार्टी को जितवाने की जिम्मेदारी संभाली उनमें से किसी एक पर भी हार हुई तो वह मंत्री पद छोड़ देंगे। कांग्रेस चीफ ने वित्त मंत्री दीया कुमारी की ओर से कम बैठकें किए जाने का दावा करते हुए कहा, राज्य में बजट से संबंधित बैठकें मुख्यमंत्री ही कर रहे हैं। वित्त मंत्री क्या कर रही हैं, जो कल बजट पेश करेंगी। क्या बजट में उनके विजन को शामिल किया गया? यह एक नया ट्रेंड होगा कि एक व्यक्ति दूसरे की ओर से तैयार किए गए बजट को पेश करेगा।