दीपोत्सव : गाय के गोबर से जगमग होगी अयोध्या
लखनऊ| भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में होने वाले दीपोत्सव में इस बार गाय के गोबर से बने एक लाख दिए भी जलेंगे। यह जानकारी प्रदेश सरकार के पशुधन मंत्री धर्मपाल ने दी। प्रदेश सरकार के पशुधन एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री धर्मपाल सिंह ने गुरुवार को पत्रकारों से कहा कि गोवंश को संरक्षित किया जा रहा है। गाय सरकार की प्राथमिकता में है। अयोध्या में दिवाली पर गाय के गोबर से बने एक लाख दीपक जलाए जाएंगे।
यह बात उन्होंने विभाग के 6 महीने की उपलब्धियां गिनाने के दौरान कही। उन्होंने कहा कि दिवाली पर सभी लोग अपने-अपने घरों में गाय से बने हुए नौ दीपक जलाएं। इससे गौवंश को अर्थव्यवस्था से जोड़ने और उसे मजबूत करने में मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि सरकार जल्द पशुपालकों से दो रुपये प्रति किलो की दर से गाय का गोबर खरीदेगी। उन्होंने पशुधन के अलावा अल्पसंख्यक कल्याण, राजनैतिक पेंशन तथा नागरिक सुरक्षा विभाग की छह माह के कार्यकाल की उपलब्धियां भी गिनाईं।
मंत्री ने बताया कि प्रदेश में 78695 निराश्रित गोवंश को संरक्षित किया जा चुका है। गोवंश की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता है। इसके तहत 6384 गोआश्रय स्थलों पर लगभग नौ लाख गोवंश को संरक्षित किए जाने के साथ ही 1.47 लाख गोवंश को किसानों की सुपुर्दगी में दिया गया है। लंपी रोग से बचाव के लिए 5678400 गोवंश का टीकाकरण किया जा चुका है। इसके लिए 2055 टीमें लगातार काम कर रही हैं। दुग्ध विकास के लिए दो सौ समितियों का गठन तथा तीन सौ समितियों का पुनर्गठन भी किया गया है।
पशुधन व दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने गुरुवार को गोआश्रय पोर्टल तथा गोआश्रय मोबाइल एप का शुभारंभ किया। इनके जरिए अब गोआश्रय की सभी व्यवस्थाओं व कठिनाइयों का आनलाइन मूल्यांकन संभव होगा। मंत्री ने सार्वजनिक वित्तय प्रबंधन प्रणाली के माध्यम से 56 जिलों में गोवंश के भरण-पोषण से संबंधित 34.21 करोड़ रुपये की धनराशि का भुगतान भी किया।
धर्मपाल सिंह ने कहा कि तरल दुग्ध व दुग्ध उत्पादों की बिक्री के लिए विकसित ई-कामर्स पोर्टल के माध्यम से चार करोड़ रुपये का व्यवसाय किया गया है। अनुदानित मदरसों में कार्यरत महिला कार्मिकों को भी मातृत्व अवकाश तथा बाल देखभाल अवकाश की सुविधा का लाभ दिया गया है।
उन्होंने कहा कि राजनैतिक पेंशन विभाग की ओर से स्वतंत्रता संग्राम सेनानी व लोकतंत्र सेनानियों को नियमित रूप से पेंशन प्रदान की जा रही है। यह भी खास 520 मोबाइल वेटेरिनरी वाहन भी खरीदे गए हैं। वाहनों के संचालन के लिए सेवा प्रदाता संस्था के चयन की कार्यवाही चल रही है। इस कार्य को एक वर्ष में पूर्ण किए जाने वाले लक्ष्य में सम्मिलित कराने का प्रयास भी किया जा रहा है। प्रदेश में 45965 (114.91 प्रतिशत) पशुओं का बीमा कराया गया। अब वृहद गो-संरक्षण केंद्रों की स्थापना की तैयारी है। इनमें दो से तीन हजार गोवंश को संरक्षित किया जा सकेगा।