सरकार को निजी उडनख़टोलों में ही भरनी होगी उड़ान
भोपाल। प्रदेश की मोहन सरकार को इस साल भी किराए के उडऩखटोले से उड़ान भरनी होगी। इसके लिए उसे हर घंटे तीन लाख रुपए का भुगतान करना होगा। इसके लिए राज्य सरकार ने किराए पर विमान एवं हेलीकॉप्टर लेने के लिए दस निजी एविएशन कंपनियों का एम्पेनलमेंट किया है। इसके लिए बजट में 71 करोड़ रुपयों से अधिक का प्रविधान किया है। विमान अगर उपयोग नहीं किया जाता है तो भी कंपनी को दो घंटे का किराया भुगतान करना होगा। एविएशन कंपनी से एम्पेनलमेंट करते समय इस शर्त का भी पालन करना होगा। हालांकि राज्य सरकार द्वारा विमान और हेलीकॉप्टर खरीदने की प्रक्रिया भी शुरू की जा चुकी है।
दरअसल प्रदेश सरकार के हवाई बेड़े में अभी महज 12 साल पुराना एक हेलिकॉप्टर है। इस हेलिकॉप्टर में मध्य प्रदेश की सरकार सफर कर रही है। इसमें दो पायलट और छह पैसेंजर के बैठने की क्षमता है। इसके अतिरिक्त सरकार जरुरत पडऩे पर किराए पर विमान लना पड़ रहा है। सरकार द्वारा जिन कंपनियों से अनुबंध किया गया है, उनमें अमन एविएशन एंड एयरोस्पेस साल्युशंस प्रालि. मुंबई, एरो एयरक्राफ्ट सेल्स एंड चार्टर्स प्रालि., ओखला इंडस्ट्रियल एरिया नई दिल्ली, मेगनस एयर सर्विसेस हरियाणा, सारथी एयरवेज पालम नई दिल्ली, शाश्वत एविएशन सर्विसेस गुलमोहर त्रिलंगा भोपाल, यूनिवर्सल एयरवेज, मेहराम नगर दिल्ली केंट, ओएसएस एयर मेनेजमेंट सेक्टर 13 द्वारका नई दिल्ली, विंडबोर्न एविएशन, सेक्टर 12 द्वारका नई दिल्ली, जेट सर्व एविएशन, गुरुग्राम हरियाणा और रेडबर्ड एयरवेज प्रालि महिपालपुर नई दिल्ली शामिल है।
राज्य सरकार अपने विमानन विभाग के माध्यम से हर साल निजी एविएशन कंपनियों का एम्पेनलमेंट करती है। इसके लिए एक्सप्रेशन ऑफइंट्रेस्ट, एओआइ जारी किया जाता है। ये निजी कंपनियां अपने यहां उपलब्ध विमान एवं हेलीकॉप्टर तथा उनके किराए की जानकारी देती हैं तथा इसके बाद इनका एम्पेनलमेंट किया जाता है। इन कंपनियों से ही किराए के विमान एवं हेलीकाप्टर लिए जाते हैं। इनका प्राथमिकता क्रम भी निर्धारित किया जाता है तथा जो कंपनी उपलब्धता नहीं बताती है, उसके नीचे के क्रम वाली कंपनी से विमान किराए पर लिया जाता है।
प्रदेश सरकार ने नया मिड साइज जेट खरीदी की तैयारियां लगभग पूरी कर ली हैं। यह नया जेट हाईटेक सुविधाओं से लैस होगा। इसकी रफ्तार भी पहले वाले विमान से तेज होगी। यह महज 35 से 40 मिनट में ही भोपाल से दिल्ली पहुंचा देगा। बताया जा रहा है कि इस नए जेट में 2 पायलट और 9 पैसेंजर्स के बैठने की क्षमता होगी, जबकि इसकी लागत करीब 250 से 300 करोड़ के बीच होगी। नए जेट में छोटा सा किचन और चेयर फोल्डिंग सिस्टम होगा। इसके अलावा यह 2000 नॉटिकल माइल्स तक बिना रीफ्यूलिंग के सफर कर सकेगा। इसके लिए टेंडर भी जारी किया जा चुका है।
नया जेट विमान कई सुरक्षा और यात्रियों सुविधाओं से लैस होगा। वह मध्य प्रदेश की हवाई पट्टियों यानी 5000 फीट के रनवे पर भी उतर सकेगा। एक बार में 3704 किमी की उड़ान भरेगा। बर्फबारी और बारिश से जुड़ी सुरक्षा प्रणाली होगी। रात में टैकऑफ और लैंड करने की क्षमता होगी। इसके अलावा 2000 नॉटिकल माइल्स तक बिना रीफ्यूलिंग के सफर कर सकेगा।