लक्ष्य की नजर अब फाइनल में इतिहास रचने पर होगी। वे इस टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीतने वाले तीसरे भारतीय खिलाड़ी बनना चाहेंगे। उनसे पहले दो खिलाड़ियों ने पुरुष एकल में ऐसा किया है। प्रकाश पादुकोण 1980 और पुलेला गोपीचंद ने 2001 में चैंपियन बने थे।

भारत के युवा शटलर लक्ष्य सेन ने ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप में कमाल कर दिया। उन्होंने सेमीफाइनल में मलेशिया के ली जी जिया को हरा दिया। लक्ष्य ने डिफेंडिंग चैंपियन ली जी जिया को तीन गेम तक चले मुकाबले में हराया। उन्होंने यह मुकाबला 21-13, 12-21, 21-19 से अपने नाम किया। लक्ष्य और ली जी जिया के बीच यह मुकाबला 76 मिनट तक चला।


लक्ष्य की नजर अब फाइनल में इतिहास रचने पर होगी। वे इस टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीतने वाले तीसरे भारतीय खिलाड़ी बनना चाहेंगे। उनसे पहले दो खिलाड़ियों ने पुरुष एकल में ऐसा किया है। प्रकाश पादुकोण 1980 और पुलेला गोपीचंद ने 2001 में चैंपियन बने थे। 20 साल के लक्ष्य वर्ल्ड चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीत चुके हैं।