पीएम मोदी कल काशी में, देंगे करोड़ों की सौगात
वाराणसी । भाजपा की तीन राज्यों में प्रचण्ड जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दो दिवसीय दौरे पर 17-18 अक्टूबर को काशी आ रहे हैं। पीएम लोकसभा चुनाव-2024 के चुनावी आगाज के लिए काशी से मिशन-2024 का शंखनाद करेंगे। पीएम अपने संसदीय क्षेत्र से काशी को 1000 करोड़ और पूर्वांचल को 19 हजार करोड़ की सौगात देंगे।
अपने संसदीय क्षेत्र के 43वें दौरे पर आ रहे पीएम मोदी स्वर्वेद मंदिर, नमोघाट, कटिंग मेमोरियल और बरकी जनसभा समेत चार कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे। पीएम सबसे ज्यादा समय काशी तमिल संगमम को देंगे, जहां दो घंटे से अधिक समय गुजारेंगे। कार्यक्रम के बाद पीएम ने एक घंटे को आरक्षित रखा है, माना जा रहा है कि इसी समय में पीएम काशी की गलियों का भ्रमण करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17-18 दिसंबर को अपने संसदीय क्षेत्र काशी में 25 घंटे बिताएंगे। पीएम वाराणसी समेत पूर्वांचल के अन्य जनपदों को कुल 19 हजार करोड़ की परियोजाओं की सौगात देंगे। इसमें रेलवे की चार परियोजनाएं, एक रेलवे स्टेशन और फुलवरिया फोरलेन समेत लगभग 39 करोड़ से तैयार 20 सड़कें शामिल हैं। रेलवे की गाजीपुर बलिया रेल लाइन दोहरीकरण, न्यू भाऊपुर फ्रेट कॉरिडोर, जौनपुर सिटी कार्ड लाइन, पीडब्ल्यूडी की कई सड़कें भी शामिल हैं।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने अब तक दो दिवसीय काशी प्रवास के संभावित प्रोटोकॉल में चार कार्यक्रमों का जिक्र है। इसके अलावा प्रशासनिक अधिकारियों को कुछ अन्य आयोजनों की तैयारी रखने के लिए भी अलर्ट किया गया है। पीएम 17 दिसंबर को दोपहर तीन बजे बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचेंगे। यहां उनका जनप्रतिनिधियों, भाजपा कार्यकर्ता उनका भव्य स्वागत करेंगे। सड़क मार्ग से 3.30 बजे नदेसर स्थित छोटा कटिंग मेमोरियल ग्राउंड पहुंचेंगे। यहां विकसित भारत संकल्प यात्रा शहरी का हिस्सा बनेंगे। इस दौरान प्रधानमंत्री विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों से संवाद भी करेंगे। शाम 5.15 बजे नमोघाट के लिए प्रस्थान करेंगे। शाम 5.30 बजे से नमोघाट पर आयोजित काशी-तमिल संगमम के तहत आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम देखेंगे। प्रधानमंत्री यहां करीब एक घंटे रहेंगे। इसके बाद नौका विहार कर गंगा आरती देखने भी जा सकते हैं। यहां से पीएम बरेका गेस्ट आएंगे। माना जा रहा है कि पीएम रात में शहर में घूमकर कुछ परियोजनाओं का निरीक्षण भी कर सकते हैं।
18 दिसंबर को सुबह 10.45 बजे बरेका गेस्ट हाउस से हेलीकॉप्टर ने उमरहा स्थित स्वर्वेद मंदिर जाएंगे। यहां पर मंदिर में धार्मिक आयोजनों में हिस्सा लेंगे। प्रधानमंत्री देश के सबसे बड़े मेडिटेशन सेंटर के रूप में स्थापित स्वर्वेद महामंदिर का 11.30 बजे लोकार्पण भी करेंगे। प्रधानमंत्री दोपहर एक बजे विकसित भारत संकल्प यात्रा ग्रामीण में हिस्सा लेने सेवापुरी ब्लॉक के बरकी जाएंगे। 382 किमी रेल रूट पर मालगाड़ी को हरीझंडी दिखाएंगे। इसके अलावा काशी सांसद ग्राम प्रतियोगिता का भी शुभारंभ करेंगे, जिसके मेधावियों को जनवरी में पुरस्कृत करेंगे। करीब घंटे भर के कार्यक्रम के बाद वह दोपहर दो बजे विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। जनसभा को भी संबोधित करेंगे। कार्यक्रम के बाद वह बाबतपुर एयरपोर्ट से रवाना हो जाएंगे। प्रधानमंत्री स्वर्वेद महामंदिर के उद्घाटन समारोह में शामिल होंगे। इसका लोकार्पण करके लोगों से संवाद करेंगे। इस दौरान 25000 कुंडी स्वर्वेद ज्ञान महायज्ञ होगा। इसमें मंदिर से जुड़े तीन लाख श्रद्धालु शिरकत करेंगे। कार्यक्रम में बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, राजस्थान, बंगाल, असम, उड़ीसा, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश प्रांतों के अलावा इटली, जर्मनी, कनाडा, सिंगापुर, मलेशिया, इंडोनेशिया अमेरिका देशों से शामिल होंगे।
वाराणसी में काशी तमिल संगमम-2 का शुभारंभ 17 दिसंबर को पीएम नरेंद्र मोदी करेंगे। इसमें राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और सीएम योगी समेत यूपी और तमिलनाडु के कई कैबिनेट और राज्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री विधायक और सांसद भी शामिल होंगे। काशी तमिल संगमम का उद्देश्य दक्षिण और उत्तर भारत के संबंधों को और मजबूती प्रदान करना है। पीएम मोदी का काशी दौरा इसलिए अहम माना जा रहा है, क्योंकि 2024 में लोकसभा चुनाव होने हैं। काशी तमिल संगमम में बड़ी संख्या में दक्षिण के लोग पहुंचेंगे। इसके जरिए मोदी मोदी अपनी बात दक्षिण के लोगों तक आसानी से पहुंचाएंगे। नमो घाट पर 17 दिसंबर से 30 दिसंबर तक काशी तमिल संगमम के दूसरे चरण में तमिलनाडु और पुदुचेरी के लगभग 1500 लोग वाराणसी, प्रयागराज और अयोध्या जाएंगे। सात समूहों में छात्र, शिक्षक, किसान और कारीगर, व्यापारी और व्यवसायी, धार्मिक व्यक्ति, लेखक और पेशेवर लोग शामिल होंगे। प्रत्येक समूह का नाम एक पवित्र नदी जैसे-गंगा, यमुना, सरस्वती, सिंधु, नर्मदा, गोदावरी और कावेरी रखा गया है। अब तक लगभग 30 हजार रजिस्ट्रेशन हुए हैं, जिसमें से 1500 लोगों को चुना जाना है।