दमोह जिले के तेंदूखेड़ा विकासखंड में एक शिक्षक और छात्रों के बीच ऐसा प्रेम देखने मिला है। जब शिक्षक के रिटायरमेंट के बाद उन्हें विदाई दी गई तो छात्रों के साथ ही पूरा गांव रोया। यह नजारा जिसने भी देखा यही कहा व्यक्ति के जीवन में शिक्षक का क्या महत्व होता है यह आज देखने मिल गया।दरअसल तेंदूखेड़ा विकासखंड के ससनाकला हाईस्कूल में पदस्थ रहे शिक्षक रूद्रप्रकाश अवस्थी का विदाई समारोह मंगलवार को आयोजित किया गया। वैसे तो शिक्षक का विदाई समारोह आम समारोह की तरह ही था। जिसमें स्कूल स्टाफ, अभिभावकों और ग्रामीणों ने उन्हें सम्मानित कर उनके उज्जवल भविष्य की कामना की, लेकिन भावुक पल उस समय आया जब स्कूल के मैदान में बैंड की धुन के बीच शिक्षक को विदाई दी गई। इसके बाद छात्र,छात्राएं और ग्रामीण अपने आपको रोक नहीं पाए और रोने लगे।

शिक्षक अवस्थी ने सभी को शांत कराया और छात्रों से मन लगाकर पढ़ाई करने की बात कही और इसके बाद शिक्षक वहां से विदा हुए। समारोह में पहुंची गायन मंडली ने बुंदेली गीत के जरिए रिटायर्ड शिक्षक को अपनी भावनाओं से परिचित कराया और विदाई गीत गया वहां बैठे लोगों की आंख से आंसू आने लगे।बता दें शिक्षक रूद्रप्रकाश अवस्थी अपने छात्रों को न केवल किताबी पाठ पढ़ाते थे, बल्कि इस व्यस्तता भरे जीवन में जीने की कला, आगे बढ़कर लोगों की मदद करने का जज्बा, कठिनाइयों को दरकिनार कर पारिवारिक समरसता के गुर भी सिखाया करते थे। इनकी इस अनमोल कला के लोग कायल थे। गांव ,घर या फिर समाज की हर समस्याओं का निदान इनके परामर्श से जल्द हल हो जाता था। शिक्षक खेल खेल में दीक्षा देने में भी पारंगत रहे हैं। शायद यही वजह थी की एक छोटे से गांव के शिक्षक का ये विदाई समारोह यादगार बन गया। अवस्थी पिछले पांच सालों से ससनाकला हाईस्कूल में अपनी सेवाए दे रहे थे। उन्होंने 24 साल शिक्षा विभाग में सेवाएं दी और दो जुलाई को सेवा से रिटायर हो गए।